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India Border Infiltration Attempts: केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने आज लोकसभा में भारत की सीमा सुरक्षा को लेकर अहम जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि वर्ष 2014 से अब तक भारत की विभिन्न अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर घुसपैठ की हजारों कोशिशों को सुरक्षा बलों ने नाकाम किया है। ये आंकड़े न केवल सीमा सुरक्षा की चुनौतियों को उजागर करते हैं, बल्कि यह भी दर्शाते हैं कि सीमा सुरक्षा बल लगातार सतर्क रहते हुए देश की सीमाओं की प्रभावी निगरानी कर रहे हैं।
गृह राज्य मंत्री के अनुसार, वर्ष 2014 से अब तक भारत-बांग्लादेश सीमा पर सबसे अधिक 7528 घुसपैठ की कोशिशें पकड़ी गई हैं। इसके बाद भारत-पाकिस्तान सीमा पर 425, भारत-म्यांमार सीमा पर 298, और भारत-नेपाल-भूटान सीमा पर 157 घुसपैठ की कोशिशों को रोका गया। खास बात यह रही कि भारत-चीन सीमा पर इस अवधि में एक भी घुसपैठ का मामला सामने नहीं आया, जिसे सीमा प्रबंधन की बड़ी सफलता माना जा रहा है।
नित्यानंद राय ने वर्ष 2025 के जनवरी से नवंबर तक के ताजा आंकड़े भी संसद में पेश किए। इस अवधि में भारत-बांग्लादेश सीमा पर 1104, पाकिस्तान सीमा पर 32, म्यांमार सीमा पर 93, और नेपाल-भूटान सीमा पर 54 घुसपैठ की कोशिशें नाकाम की गईं। इस साल भी भारत-चीन सीमा पर किसी तरह की घुसपैठ दर्ज नहीं हुई, जो सीमा सुरक्षा व्यवस्था की मजबूती को दर्शाता है।
इसके अलावा, गृह राज्य मंत्री ने बताया कि 2014 से अब तक कुल 16252 घुसपैठिए भारत-बांग्लादेश सीमा पर पकड़े गए हैं। वहीं पाकिस्तान सीमा पर 556, म्यांमार सीमा पर 1165, और नेपाल-भूटान सीमा पर 234 घुसपैठियों को गिरफ्तार किया गया। वर्ष 2025 में जनवरी से नवंबर के बीच बांग्लादेश सीमा पर 2556, पाकिस्तान सीमा पर 49, म्यांमार सीमा पर 437, और नेपाल-भूटान सीमा पर 78 गिरफ्तारियां दर्ज की गईं।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने यह भी बताया कि पिछले 11 वर्षों में कुल 8408 घुसपैठिए भारत में प्रवेश करने में सफल हुए, जिनमें सबसे अधिक संख्या बांग्लादेश सीमा से रही। इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि घुसपैठ की कोशिशें लगातार जारी हैं, लेकिन सुरक्षा एजेंसियां इन्हें रोकने में बड़ी हद तक सफल रही हैं।