एडवाइजरी कंपनी पर छापा मार कार्रवाई, मौके से 33 महिलाओं सहित 47 लोग हिरासत में, कंपनी पर ठगी का आरोप

एडवाइजरी कंपनी पर छापा मार कार्रवाई, मौके से 33 महिलाओं सहित 47 लोग हिरासत में, कंपनी पर ठगी का आरोप

एडवाइजरी कंपनी पर छापा मार कार्रवाई, मौके से 33 महिलाओं सहित 47 लोग हिरासत में, कंपनी पर ठगी का आरोप
Modified Date: November 29, 2022 / 08:35 pm IST
Published Date: December 25, 2019 1:54 pm IST

इंदौर। एसटीएफ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए शहर के मालवा मिल क्षेत्र के मेहता मेंशन बिल्डिंग से रेपिड रिसर्च टेक्नोलॉजी नाम से एडवाइजरी कंपनी पर छापा मार कार्रवाई करते हुए तकरीबन 47 लोगों को गिरफ्तार किया है। जिसमें 14 महिला और 33 पुरुष शामिल हैं। यह एडवाइजरी कंपनी सभी कर्मचारियों के नाम बदलकर पूरे देश भर में लोगों को लुभावने रिटर्न और डिमैट अकाउंट का झांसा देकर उन्हें ठग रहे थे।

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एसटीएफ पुलिस को सूचना मिली थी कि यह एडवाइजरी कंपनी सेबी से रजिस्टर्ड भी नहीं है और 40 से ज्यादा लोग यहां पर बैठकर पूरे देश भर में लोगों को ठग रहे हैं। इंदौर शहर में कई मर्तबा एडवाइजरी कंपनियों द्वारा ठगी की वारदात में पीड़ित लोग शहर में कई बार कंप्लेंट करने भी आए हैं। मौके पर टीम बनाकर जब एसटीएफ पहुंची तो यहां पर तकरीबन 47 लोग ऑफिस में कार्यरत पाए गए जिनके पास से पुलिस ने तकरीबन 48 सेट मॉनिटर 46 मोबाइल फोन जप्त किये है।

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जानकारी में यह भी पता चला है की इस पूरे ही कंपनी के प्रोपराइटर अरुण खंडेलवाल हैं जो कि उज्जैन का रहने वाला है और उसमें एन आई एम एस का सर्टिफिकेशन प्राप्त किया है और इस सर्टिफिकेशन की आड़ में 12वीं से स्नातक के कर्मचारियों को नियुक्त कर उन्हें धोखाधड़ी के लिए प्रशिक्षित कर लोगों को ठगा जा रहा था। जांच में यह बात भी सामने आई है कि अरुण खंडेलवाल के सर्टिफिकेट पर विनोद विश्वकर्मा और जितेंद्र के नाम के दो युवक इस पूरी कंपनी का संचालन कर रहे थे जो की ठगी की वारदात का पैसा आपस में बांट लेते थे।

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पुलिस गिरफ्तार में आए आरोपियों में केवल 8 लोगों के पास ही एमबीए की डिग्री है क्योंकि एडवाइजरी कंपनी शुरू करने के लिए सेबी से रजिस्ट्रेशन प्राप्त होना आवश्यक है और जो भी व्यक्ति या एडवाइजरी कंपनी संचालित करता है उसका एमबीए इन फाइनेंस होना बहुत जरूरी है। ऐसे में अधिकतर युवक-युवतियों के 12वीं पास और स्नातक की पाए गए हैं पुलिस ने सभी दस्तावेज जप्त कर ली हैं पूछताछ कर रही है कि यह पूरी टीम कब से लोगों को ठग रही थी और पूरे देश भर में अब तक कितने लोगों को ठगा है।

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लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com