पटना, सात जुलाई (भाषा) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विश्वासपात्र माने जाने वाले और नौकरशाह से राजनेता बने राम चंद्र प्रसाद सिंह के लिए बुधवार को केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद एक नई पारी शुरू होगी।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा के रहने वाले 63 वर्षीय सिंह राजनीति में आने से पहले उत्तर प्रदेश कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी रहे और नीतीश के संपर्क में 1990 के दशक के अंत में उस समय आए जब वह तत्कालीन समता पार्टी के नेता और रेल मंत्री थे।
अपनों के बीच आरसीपी के नाम से पुकारे जाने वाले सिंह की क्षमताओं से प्रभावित होकर नीतीश ने उन्हें उत्तर प्रदेश कैडर से बिहार बुलाया लिया और मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्हें लंबे समय तक अपने प्रधान सचिव के पद पर आसीन रखा।
आरसीपी सिंह को आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
1984 बैच के आईएएस अधिकारी रहे सिंह के 25 वर्ष से अधिक समय तक सरकारी सेवा में रहने के बाद नीतीश ने 2010 में अपनी पार्टी के सदस्य के रूप में उन्हें राज्यसभा भेजा और वर्तमान में वह उच्च सदन के सदस्य हैं।
नीतीश ने अपने समजातीय नेता सिंह को जदयू का राष्ट्रीय महासचिव भी बनाया और इस साल की शुरुआत में नीतीश ने पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष पर त्याग कर सिंह को इस पद पर आसीन किया।
आरसीपी सिंह बिहार कैडर के युवा और तेजतर्रार माने जाने वाले आईपीएस अधिकारी लिपि सिंह के पिता हैं।
भाषा अनवर
राजकुमार वैभव
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