T20 World Cup Satta Matka Update : सट्टा खेलने वाले गिरोह का पर्दाफाश..! पुलिस ने जब्त किए 14 करोड़ 98 लाख रुपए, 9 आरोपी गिरफ्तार..
T20 World Cup Satta Matka Update : मध्य प्रदेश के इतिहास में सट्टे के खिलाफ पुलिस ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है।
T20 World Cup Satta Matka Update
T20 World Cup Satta Matka Update : इंद्रेश सूर्यवंशी/उज्जैन। मध्य प्रदेश के इतिहास में सट्टे के खिलाफ पुलिस ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सट्टा खेलने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया। तीन राज्यों मध्यप्रदेश, राजस्थान व पंजाब के 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर 14 करोड़ 98 लाख रुपए नगद, विदेशी करंसी, 41 मोबाईल, 19 लेपटॉप, अंतराष्ट्रीय सिम, पेनड्राईव, क्रेडिट डेबिट कार्ड जप्त किया है। उज्जैन रेंज आईजी संतोष कुमार सिंह ने प्रेस वार्ता इस पूरे कांड का खुलासा किया है।
14 करोड़ 98 लाख रुपए नगद जब्त
मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई करते हुए उज्जैन पुलिस ने मध्य प्रदेश के इतिहास की सबसे बड़ी सट्टे की कार्रवाई की है। यह कार्रवाई उज्जैन के दो स्थानों पर एक साथ की गई। यहां थाना नीलगंगा क्षेत्र स्थित सी 19 ड्रीम्स कॉलोनी के अलावा थाना खाराकुआं क्षेत्र के मुसद्दीपुरा में हुई है। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि T20 वर्ल्ड कप क्रिकेट का बड़े पैमाने पर सट्टा चल रहा है। पुलिस ने पहले उक्त दोनों स्थानों पर रैकी की। रैकी करने के बाद देर रात दबिश दी। दबिश देने पर पुलिस को 14 करोड़ 98 लाख रुपए नगद, विदेशी मुद्रा, 41 मोबाइल, 19 लैपटॉप, 5 मैक मिनी, 1 आईपैड, राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय सिम, दो पेन ड्राइव, तीन मेमोरी कार्ड सहित अन्य संचार उपकरण, क्रेडिट कार्ड व डेबिट कार्ड बरामद हुए है। यहां कुल 9 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
सट्टे का नेटवर्क चलाने वाला अंतर्राष्ट्रीय गिरोह
गिरफ्तार आरोपी तीन राज्यों के बताए जा रहे हैं। जिसमें पंजाब का लुधियाना, मध्य प्रदेश का नीमच और उज्जैन राजस्थान का निंबाहेड़ा शामिल है। उज्जैन के पुलिस कंट्रोल रूम पर मामले का खुलासा करते हुए आईजी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि सट्टे का नेटवर्क चलाने वाला अंतर्राष्ट्रीय गिरोह है। आरंभिक तौर पर जांच में पता चला है की मुख्य सरगना पीयूष चोपड़ा है जो कि फरार है। उसके परिजनों को भी हिरासत में लिया गया है।
इसके अलावा 9 अन्य लोग हैं जिन्हें हिरासत में लिया गया है। मामले में पूछताछ की जा रही है। यह गिरोह इलेक्ट्रॉनिक तौर पर क्रिकेट के सट्टे का नेटवर्क संचालित करता था। इस गिरोह में और कौन-कौन लोग शामिल है। कौन-कौन मदद करता था उनकी भी पड़ताल की जा रही है। सट्टे के तार अंतरराष्ट्रीय स्तर तक फैले हुए हैं। हाईटेक एप्लीकेशन एवं हाईटेक डिवाइस का भी उपयोग किया जा रहा था। जप्त 14 करोड़ 98 लख रुपए को मशीनों के द्वारा देर रात से सुबह तक गिना गया।

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