ये खरौद नगर पंचायत सीएमओ का वो आदेश है, जिसमें 10 स्कूलों के प्रभारियों को स्कूल के शौचालय को सार्वजनिक शौचालय बनाने और निगरानी के लिए कर्मचारी तैनात करने कहा गया है। 10 स्कूलों में 6 सरकारी और 4 निजी स्कूल हैं। महीने भर पहले ही मौखिक आदेश के तहत स्कूलों के शौचालय के सामने सार्वजनिक शौचालय लिखवा दिया गया है, लेकिन लोग इन स्कूलों में शौच के लिए नहीं पहुंच रहे हैं। सरकारी और निजी स्कूलों को ये आदेश अव्यावहारिक लग रहा है, क्योंकि कक्षाएं सुबह 10 से शाम चार बजे तक लगती हैं और उनकी ड्यूटी भी 4 बजे तक ही रहती है।
वहीं अब सीएमओ ये सफाई दे रहे हैं, कि ये आदेश सुबह और शाम 2-2 घंटे के लिए दिया गया है, जबकि आदेश में इसका जिक्र नहीं है। सीएमओ स्कूलों के शौचालयों के इस्तेमाल का दावा भी कर रहे हैं।
बताया जा रहा है, कि खरौद में ODF की टीम आने वाली है, जिन्हें दिखाने ये सब कागजों में किया जा रहा है। सरकारी स्कूलों में एकाध को छोड़कर, पानी की व्यवस्था किसी भी स्कूल में नहीं है। वहीं ये सवाल भी उठ रहे हैं, कि महज खानापूर्ति के लिए स्कूलों को आदेश जारी करना कितना जायज है?