रायपुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के दो बड़े नेता ट्रेन से एक ही कोच में साथ-साथ सफर कर रहे थे। एक छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टी एस सिंहदेव और दूसरे छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भूपेश बघेल। दोनों सारनाथ एक्सप्रेस के एसी 1 कोच में सवार थे। सुबह जब इनकी नींद खुली तो देखा कि सिंहदेव का बैग गायब है। नेता प्रतिपक्ष का बैग गायब होने की खबर फौरन जंगल की आग की तरह फैली और मीडिया में भी पहुंच गई।
#Chhattisgarh विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष @TS_SinghDeo का बैग सारनाथ एक्सप्रेस से गायब, @INCChhattisgarh अध्यक्ष @Bhupesh_Baghel के साथ एसी फर्स्ट में कर रहे थे सफर, @BilaspurDist के आसपास बैग गायब होने का शक
— IBC24 (@IBC24News) March 9, 2018
एसी फर्स्ट कोच आमतौर पर सुरक्षित माना जाता है क्योंकि एक तो इस कोच में सिर्फ वही मुसाफिर सवार हो सकते हैं, जिनके पास आरक्षित टिकट हो और दूसरा ये कि ट्रेन का कोच अटेंडेंट हर वक्त मुस्तैद रहता है। ऐसे में टी एस सिंहदेव का बैग किसने और कैसे गायब कर दिया, ये लोगों में चर्चा का मुद्दा बन गया। अंदाजा लगाया जाने लगा कि बैग बिलासपुर के आसपास ही गायब किया गया होगा। तभी कुछ ही घंटे बाद पेंड्रा से बैग मिल जाने की खबर भी आ गई। छत्तीसगढ़-मध्यप्रदेश के न्यूज़ चैनल IBC24 पर बताया गया कि पेंड्रा रोड आरपीएफ को एक व्यक्ति ने एक बैग सौंपा है और ये बैग टी एस सिंहदेव का ही है। जिस व्यक्ति ने ये बैग आरपीएफ को सौंपा था, उसका नाम शिव सिंह बताया गया है। शिव सिंह ने आरपीएफ को बताया कि रात थी, कोच में अंधेरा था और इसी कारण से गलत बैग उतार लिया।
#Chhattisgarh विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष @TS_SinghDeo का ट्रेन से गायब बैग वापस मिला #पेंड्रा रोड आरपीएफ को शिव सिंह नाम के व्यक्ति ने सौंपा बैग, कहा-रात के अंधेरे में उतर गया गलत बैग
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खैर, टी एस सिंहदेव को तो कुछ ही घंटों के भीतर उनका गायब बैग वापस मिल गया, लेकिन अगर किसी आम मुसाफिर का ये बैग होता तो क्या इसकी खबर आती या बैग वापस मिल पाता? ये सवाल अपने-आप में काफी दिलचस्प है।
वेब डेस्क, IBC24