वनभू​मि पर बस गया पूरा गांव, विभाग को नहीं लगी भनक, अतिक्रमण हटाने जारी हुआ नोटिस तो गांव वालों ने कहा पंचायत की भूमि

वनभू​मि पर बस गया पूरा गांव, विभाग को नहीं लगी भनक, अतिक्रमण हटाने जारी हुआ नोटिस तो गांव वालों ने कहा पंचायत की भूमि

वनभू​मि पर बस गया पूरा गांव, विभाग को नहीं लगी भनक, अतिक्रमण हटाने जारी हुआ नोटिस तो गांव वालों ने कहा पंचायत की भूमि
Modified Date: November 29, 2022 / 08:24 pm IST
Published Date: June 12, 2020 12:14 pm IST

रायगढ़। रायगढ़ शहर से लगे गोपालपुर इलाके की वनभूमि में पूरा का पूरा एक गांव बस गया, और तो और पंचायत भवन और आंगनबाडी केंद्र तक बना दिए गए। वन विभाग को सालों तक इसकी खबर नहीं थी। अब मामला उजागर होने के बाद वन विभाग ने जहां इलाके के लोगों को अतिक्रमण हटाने का नोटिस जारी कर खानापूर्ति कर रहा है तो वहीं ग्रामीण कार्रवाई को गलत बताते हुए इसे पंचायत की भूमि बताकर जमीन के पट्टे की मांग कर रहे हैं।

ये भी पढ़ें:स्कूल, कॉलेज जुलाई में खोलना संभव नहीं, केवल एडमिशन की प्रक्रिया होंगी शुरू.. भूपेश कैबिनेट के अह…

रायगढ़ शहर की सीमा से लगे ग्राम पंचायत गोपालपुर में तकरीबन 20 हैक्टेयर की वन भूमि पर कोरिया दादर नाम का पूरा का पूरा गांव बस गया है। वन विभाग के रिकार्ड में ये जमीन गोपालपुर वनखंड के कक्ष क्रमांक 956 पीएफ के रुप में दर्ज है। बताया जाता है कि कुछ साल पहले एक दो घरों के निर्माण से सिलसिला शुरु हुआ और फिर पूरी की पूरी बस्ती गांव में बस गई। बस्ती बसी तो गोपालपुर पंचायत ने आश्रित ग्राम बताते हुए गांव में आंगनबाडी भवन, और स्कूल के साथ साथ स़ड़क भी बना दी।

 ⁠

ये भी पढ़ें: कोरोना संकट के बीच भूपेश कैबिनेट की अहम बैठक संपन्न, 20 अगस्त को मि…

इस मामले की सालों तक वन अमले को खबर नहीं थी। वन अमले ने कुछ समय पहले सीमांकन शुरु किया तो उन्हें वनभूमि पर अतिक्रमण की जानकारी मिली। सर्वे कराया गया तो तकरीबन 20 हैक्टेयर जमीन पर 114 लोगों का कब्जा पाया गया। शासकीय रिकार्ड में ये जमीन छोटे झाड़ के जंगल के रुप में दर्ज है। साख बचाने के लिए वन अमले ने आनन फानन में इलाके के लोगों को बेदखली का नोटिस जारी कर दिया। लेकिन इसे लेकर अब गांव के पंच व स्थानीय लोग विरोध कर रहे हैं।

ये भी पढ़ें: जिंदल स्टील के वर्कशाप में दो मजदूरों की मौत, लापरवाही पर कंपनी प्र…

पंच का कहना है कि कोरियादादर की जमीन गोपालपुर पंचायत के हिस्से में आती हैं। और इसमें से 30 एकड़ का हिस्सा प्लांटेशन के लिए वन विभाग को दिया गया था। लेकिन कागजों में अब तक ये दुरुस्त नहीं हुआ है। वन अमला पूरी जमीन को अपना बता रहा है। ऐसे में पूरे गांव के लोगों को नोटिस जारी कर दिया गया है। पंचायत का कहना है कि रिकार्ड दुरुस्त कर सालों से काबिज इन लोगों को स्थायी पट्टा दिया जाए।

ये भी पढ़ें: CGPSC ने जारी किया लिखित परीक्षा का रिजल्ट, 3617 अभ्यर्थियों का हुआ…

इधर मामले में वन विभाग के अधिकारी इसे बेजा कब्जा बता रहे हैं। डीएफओ का कहना है कि कागजों में ये जमीन छोटे झाड़ के जंगल के रुप में दर्ज हैं लिहाजा ये जमीन वन भूमि है। इस जमीन पर लोगों के काबिज होने की जानकारी मिली थी जिसके बाद उन्हें बेदखली के लिए नोटिस जारी किया गया था। मामले में नियमानुसार बेदखली की कार्रवाई की जाएगी।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com