प्रसूता वार्ड में बच्चे को चूहों ने काटा, मामले पर स्वास्थ्य मंत्री के बेतुके बोल

प्रसूता वार्ड में बच्चे को चूहों ने काटा, मामले पर स्वास्थ्य मंत्री के बेतुके बोल

प्रसूता वार्ड में बच्चे को चूहों ने काटा, मामले पर स्वास्थ्य मंत्री के बेतुके बोल
Modified Date: November 29, 2022 / 08:07 pm IST
Published Date: May 17, 2017 1:27 pm IST

 

कायाकल्प में मध्यप्रदेश में अव्वल रह चुके और पिछले साल ही 50 लाख रुपए से नवाजे जा चुके शिवपुरी जिला अस्पताल के प्रसूता वार्ड में चूहों ने एक नवजात बच्ची की उंगली काट ली… यही नहीं अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के चलते नवजात को अब रेविज इंफेक्शन का खतरा बढ़ गया है.. क्योंकि डॉक्टरों ने 48 घण्टे से अधिक समय बीतने के बाद भी बच्ची को रेविज इंफेक्शन से बचाने के लिए कोई ट्रीटमेंट नही दिया…

पीड़ित परिजनों की माने तो डॉक्टरों ने इलाज के नाम पर  सिर्फ एक लगाने वाला टियूब लिख दिया….चूहों के आतंक को लेकर ड्यूटी नर्स भी परेशान है..घटना के बाद अस्पताल प्रबंधन जवाब देने के डर से आंखे चुरा रहा है….हमने आपको इस अस्पताल की लापरवाही का आलम कल भी दिखाया था कि कैसे सांस लेने में दिक्कत के कारण एक महिला को अस्पता में भर्ती कराया गया और खांसते खांसते दम तोड़ दिया लेकिन कोई डॉक्टर उसे देखने तक नहीं आया…   इसके बाद  हंगामे के डर से संवेदनहीन डॉक्टरों ने शव को ऑटो में रखवा कर अस्पताल से रवाना करवा दिया।

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अब इस घटना के बाद जब हमने सूबे के स्वास्थ्य मंत्री का का रिएक्शन जानना चाहा…मंत्री जी ने रिएक्शन तो दिया लेकिन ऐसे गैर जिम्मेदाराना रिएक्शन की उम्मीद हमें भी नहीं थी… हमने उनसे पूछा कि खस्ताहाल स्वस्थ्य सेवाओं का आलम ये कि अस्पताल में चूहे बच्चों तक पर हमला करने लगे हैं..और ये उस अस्पताल का हाल है जो प्रदेश में अव्वल गिना जाता है..और पिछले साल जिसे 50 लाख रुपए भी सरकार ने दिए थे…. प्रदेश का स्वस्थ्य बजट 800 करोड़ का है… फिर भी साफ सफाई भगवान भरोसे क्यों है… तो रुस्तम सिंह इस बात बंहद हल्के में लेते हुए कहा कि इधर उधर खाना पड़ा रहता है इसलिए चूहै आ जाते होंगे.. साथ ही उन्होंने घटना के लिए परिजनों को जिम्मेदार ठहरा दिया… और कहा कि परिजनों को बच्चे का ख्याल रखना चाहिए था।

 


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