रायपुर। चैत्र नवरात्रि का आज सातवां दिन है। नवरात्रि के 7वें दिन मां दुर्गा के कालरात्रि रूप की पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि मां कालरात्रि अपने भक्तों के जितने भी भय होते हैं,उन सभी भय को नष्ट कर देती हैं। काल का नाश करने वाली मां कालरात्रि की पूजा करने से जीवन की सभी समस्याओं को हल करने की शक्ति मिलती है।
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मां दुर्गा के इस कालरात्रि रूप का अवतार असुरों के राजा का वध करने के लिए हुआ था। मां की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। मां कालरात्रि का स्वरूप अत्यंत भयानक है, लेकिन वें सदैव अपने भक्तों को शुभ फल प्रदान करती हैं। कालरात्रि माता का स्मरण करने से दानव, दैत्य, राक्षस, भूत-प्रेत डरकर भाग जाते हैं।
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ऐसा माना जाता है कि कभी तीनों लोकों में असुरों ने आतंक मचा रखा था। जिससे लोग काफी परेशान थे। जिसके लिए सभी देवता मां दुर्गा के पास गए। तभी भगवान शिव ने मां दुर्गा से सभी भक्तों की रक्षा करने के लिए कहा। तब मां दुर्गा ने अन्य रूप धारण कर असुर रक्तबीज का वध किया, और तब से मां दुर्गा के इसी रूप को मां कालरात्रि कहा गया।