नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 के पहले चरण में जहां एक ओर 20 राज्यों की 91 सीटों पर मतदान गुरुवार को संपन्न हुआ। वही, आयोग ने सीएम योगी आदित्यनाथ और बसपा प्रमुख मायावती को आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में नोटिस जारी किया है। दरअसल मायावती ने 7 अप्रैल को योगी आदित्यनाथ ने 9 अप्रैल को देवबंध में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए विवादित बयान दिया था।
Election Commission sends notices to BSP chief Mayawati and UP CM Yogi Adityanath over their speeches delivered in Deoband (Saharanpur) on 7 April and 9 April respectively, violating the Model Code of Conduct. pic.twitter.com/Euy3RnNvUF
— ANI UP (@ANINewsUP) April 11, 2019
दरअसल योगी ने रैली में कहा था सपा, बसपा को अली और उन्हें बजरंगबली पर भरोसा है। योगी ने बसपा नेत्री मायावती पर हमला बोलते हुए कहा था कि उत्तर प्रदेश में विपक्षी गठबंधन दलित मुस्लिम एकता की बात कर रहा है यह संभव नहीं है। उन्होंने कहा यदि कांग्रेस सपा और बसपा को अली पर विश्वास है तो हमें बजरंगबली पर विश्वास है। आयोग को कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने शिकायत की थी कि योगी ने इस बयान से वोटों का ध्रुवीकरण करने की कोशिश की है। इस पर मुख्य चुनाव आयोग ने यूपी से रिपोर्ट मांगी है। बता दें कि इससे पहले एक अप्रैल को गाजियाबाद में मोदी की सेना वाले बयान पर आयोग ने योगी को चेतावनी मिल चुकी है।
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वहीं, आयोग ने मायावती के बयान का संज्ञान लिया था। एमसीसी के मुताबिक किसी भी राजनीतिक दल के नेता को धर्म विशेष और वर्ग को लेकर टिप्पणी करने को आचार संहिता उल्लंघन के दायरे में माना जाएगा। इस पर यूपी के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने सहारनपुर जिला प्रशासन से रिपोर्ट तलब की थी। इस रिपोर्ट को आयोग को भेजा था इसके आधार पर गुरुवार को आयोग ने बसपा सुप्रीमो मायावती को एमसीसी उल्लंघन का नोटिस जारी कर 24 घंटे के भीतर जवाब देने को कहा है। मायावती ने खुली अपील जारी करते हुए वोटरों से कहा था कि वह अपना वोट कांग्रेस को देकर जाया न करे।
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