उत्तर प्रदेश पुलिस ने ‘मिर्जापुर’ के निर्माताओं के खिलाफ मामले की जांच शुरू की

उत्तर प्रदेश पुलिस ने ‘मिर्जापुर’ के निर्माताओं के खिलाफ मामले की जांच शुरू की

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  • Publish Date - January 22, 2021 / 02:17 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:50 PM IST

मुंबई, 22 जनवरी (भाषा) उत्तर प्रदेश पुलिस की एक टीम ने वेब श्रृंखला ‘‘मिर्जापुर’’ के निर्माताओं के खिलाफ एक मामले की जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि मिर्जापुर पुलिस की तीन सदस्यीय टीम दो दिन पहले यहां आई थी जो मुंबई के अपने समकक्षों की मदद से जांच कर रही है।

टीम मिर्जापुर के कोतवाली देहात पुलिस थाने में दर्ज एक प्राथमिकी के आधार पर जांच कर रही है जिसमें श्रृंखला के निर्माताओं पर ‘‘धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और शांति भंग करने के लिए उकसाने’’ के आरोप लगाये गये है।

वेब श्रृंखला के कार्यकारी निर्माता, रितेश सिधवानी, फरहान अख्तर, भौमिक गोंडालिया, और अमेजन प्राइम वीडियो मंच को प्राथमिकी में नामित किया गया था।

अधिकारियों ने बताया कि मिर्जापुर पुलिस टीम ने बृहस्पतिवार को मुंबई डीसीपी (डिटेक्शन-आई) से नियमानुसार अनुमति लेने के बाद यहां जांच शुरू कर दी है।

मुंबई पुलिस ने जांच को लेकर दो पुलिस बलों के बीच तकरार के बारे में अटकलों को खारिज किया।

सोशल मीडिया पर इस तरह के कुछ संदेश चल रहे है लेकिन मुंबई पुलिस ने दावा किया कि इनमें कोई सच्चाई नहीं है।

मिर्जापुर रेंज के आईजी पीयूष कुमार ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि 17 जनवरी को दर्ज प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि वेब श्रृंखला में मिर्जापुर की छवि को ठेस पहुंचाने का प्रयास किया गया है जो कि एक ऐतिहासिक और धार्मिक स्थान है और मिर्जापुर का अपराध से कोई लेना-देना नहीं है जैसा कि इसमें दिखाया गया है।

उच्चतम न्यायालय ने केंद्र, अमेजन प्राइम वीडियो और एक्सेल एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड से बृहस्पतिवार को उस याचिका पर जवाब देने को कहा था जिसमें आरोप लगाया गया है कि वेब श्रृंखला ‘मिर्जापुर’ में इस शहर को ‘गुंडों का शहर’ दिखाकर इसकी ऐतिहासिक तथा सांस्कृतिक छवि को पूरी तरह बिगाड़ दिया गया है।

भाषा

देवेंद्र मनीषा

मनीषा