Bhoramdev Corridor Kawardha News: बदलेगी भोरमदेव मंदिर की तस्वीर, का​शी विश्वनाथ की तर्ज पर बनेगा ‘भोरमदेव कॉरिडोर, इसी महीने होगा भूमिपूजन

Bhoramdev Corridor Kawardha News: बदलेगी भोरमदेव मंदिर की तस्वीर, का​शी विश्वनाथ की तर्ज पर बनेगा 'भोरमदेव कॉरिडोर, इसी महीने होगा भूमिपूजन

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  • Publish Date - December 25, 2025 / 08:52 AM IST,
    Updated On - December 25, 2025 / 08:52 AM IST

Bhoramdev Corridor Kawardha News: बदलेगी भोरमदेव मंदिर की तस्वीर, का​शी विश्वनाथ की तर्ज पर बनेगा 'भोरमदेव कॉरिडोर / Image: CG DPR

HIGHLIGHTS
  • भोरमदेव मंदिर के लिए ₹146 करोड़ का बजट आवंटित
  • आधुनिक बुनियादी ढांचे का निर्माण किया जाएगा
  • भोरमदेव से लेकर सरोधा दादर तक पर्यटन सर्किट के रूप में विकसित किया जा रहा

कवर्धा: Bhoramdev Corridor Kawardha News केंद्र सरकार की स्वदेश दर्शन योजना 2.0 के तहत छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले में 146 करोड़ रुपए की लागत से भोरमदेव कॉरिडोर परियोजना का विकास किया जा रहा है। भूमिपूजन दिसंबर 2025 के अंतिम सप्ताह में प्रस्तावित है, जिसमें मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के साथ केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत शामिल होंगे। यह ऐतिहासिक निर्णय राज्य के पुरातात्विक और धार्मिक स्थलों को जोड़कर राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करेगा।

1000 वर्ष पुरानी धरोहर को नया जीवन

Bhoramdev Corridor Kawardha News भोरमदेव मंदिर के इतिहास में पहली बार वाटर ट्रीटमेंट जैसी आधुनिक पहल हो रही है। परियोजना के अंतर्गत मुख्य मंदिर परिसर समेत मड़वा महल, छेरकी महल, रामचुआ, सरोधा दादर तक कॉरिडोर का समग्र विकास होगा। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर 6 प्रवेश द्वार, पार्क, संग्रहालय, परिधि दीवारों का संवर्धन, बाउंड्री वॉल साज-सज्जा, बोरवेल से पेयजल, शेड, बिजली, ड्रेनेज और पौधरोपण की व्यवस्था की जाएगी। ऐतिहासिक तालाब का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। सफाई, जल गुणवत्ता सुधार, किनारों पर हरित क्षेत्र, बैठने की जगह और पैदल पथ विकसित किए जाएंगे। भोरमदेव मंदिर आने वाले हजारों कांवड़ यात्रियों के लिए आधुनिक शेड का निर्माण किया जाएगा। शेडों में पेयजल, स्वच्छता, विश्राम की समुचित व्यवस्था होगी, जिससे श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सुविधाजनक ठहराव मिल सकेगा।

स्थानीय अर्थव्यवस्था को मिलेगी मजबूती

भोरमदेव कॉरिडोर परियोजना के पूर्ण होने पर धार्मिक-सांस्कृतिक पर्यटन को नई गति मिलेगी, स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार सृजित होंगे तथा क्षेत्रीय आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी। यह छत्तीसगढ़ की प्राचीन धरोहरों को आधुनिक सुविधाओं से जोड़कर सांस्कृतिक पहचान को राष्ट्रीय स्तर पर मजबूत करेगी।

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भोरमदेव कॉरिडोर परियोजना की कुल लागत क्या है?

इस भव्य कॉरिडोर परियोजना का निर्माण केंद्र सरकार की स्वदेश दर्शन योजना 2.0 के तहत ₹146 करोड़ की लागत से किया जा रहा है।

इस कॉरिडोर का भूमिपूजन कब और किसके द्वारा किया जाएगा?

परियोजना का भूमिपूजन दिसंबर 2025 के अंतिम सप्ताह में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत द्वारा प्रस्तावित है।

क्या भोरमदेव कॉरिडोर में श्रद्धालुओं के लिए विशेष सुविधाएं होंगी?

हाँ, इसमें श्रद्धालुओं और कांवड़ियों के लिए आधुनिक शेड, पेयजल, बैठने के स्थान, ड्रेनेज सिस्टम और 6 नए प्रवेश द्वार विकसित किए जाएंगे।

इस कॉरिडोर में किन-किन ऐतिहासिक स्थलों को शामिल किया गया है?

परियोजना में मुख्य भोरमदेव मंदिर के अलावा मड़वा महल, छेरकी महल, रामचुआ और सरोधा दादर जैसे पर्यटन स्थलों को भी जोड़ा गया है।

कॉरिडोर बनने से स्थानीय लोगों को क्या लाभ होगा?

कॉरिडोर के विकास से धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन बढ़ेगा, जिससे स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।