शासन के चिकित्सा शिक्षा विभाग के संचालक के विरुद्ध वारंट जारी, ये है पूरा मामला…जानिए

शासन के चिकित्सा शिक्षा विभाग के संचालक के विरुद्ध वारंट जारी, ये है पूरा मामला...जानिए

शासन के चिकित्सा शिक्षा विभाग के संचालक के विरुद्ध वारंट जारी, ये है पूरा मामला…जानिए
Modified Date: November 29, 2022 / 08:23 pm IST
Published Date: February 28, 2020 4:32 pm IST

बिलासपुर। सिम्स में पदस्थ स्टाफ नर्स को वरिष्ठता एवं पदोन्नति से सम्बंधित प्रकरण में शासन के चिकित्सा शिक्षा विभाग के संचालक के विरुद्ध छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय द्वारा जमानती वारंट जारी किया गया है। साथ ही 26 मार्च को उपस्थित होने हेतु आदेशित किया है। सिम्स के प्रारम्भ से ही पदस्थ स्टाफ नर्सों जिसमे के के आसना, कमलेश जैकब, उज्जवला दास व सरिता बहादुर व अन्य शामिल है, ने वरीयता एवं पदोन्नति की मांग को लेकर रिट याचिका दायर की थी।

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याचिकाकर्ताओं के अनुसार वे सिम्स बनने के पूर्व से ही सरदार वल्लभ भाई पटेल शासकीय चिकित्सालय में कार्यरत थी एवं उनकी 25 से 30 वर्ष की सेवा हो जाने के बाद भी उन्हें न तो सेवाकाल के प्रारम्भ से वरीयता दी जा रही है और न ही पदोन्नति । जबकि सिम्स बनने के बाद नियुक्त स्टाफ नर्सों को पदोन्नति दी जा रही है। जिस पर पूर्व में जस्टिस पी सैम कोशी की एकल पीठ ने याचिकाओं को निराकृत करते हुए स्वास्थ्य विभाग को आदेशित किया था कि याचिकाकर्ता नर्सों के प्रकरण 90 दिवस में निराकृत किया जावे।

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न्यायालय द्वारा निर्धारित अवधि में याचिका कर्ताओं के प्रकरण का निराकरण नही होने पर, उन्होंने अधिवक्ता के माध्यम से अवमानना याचिका दायर की थी। अवमानना प्रकरण में पूर्व में नोटिस उच्च न्यायालय द्वारा नोटिस जारी किया गया था। नोटिस प्राप्त होने के बावजूद उक्त अधिकारी द्वारा जवाब प्रस्तुत न किये जाने के कारण, जमानती वारंट जारी किया गया है।

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लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com