हमें वीरता के साथ लड़ाई लड़नी है और विजय प्राप्त करनी है:शाह ने जवानों से कहा

हमें वीरता के साथ लड़ाई लड़नी है और विजय प्राप्त करनी है:शाह ने जवानों से कहा

हमें वीरता के साथ लड़ाई लड़नी है और विजय प्राप्त करनी है:शाह ने जवानों से कहा
Modified Date: November 29, 2022 / 08:21 pm IST
Published Date: April 5, 2021 6:30 pm IST

बासागुड़ा (बीजापुर), पांच अप्रैल (भाषा) छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर और सुकमा जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में नक्सली हमले के दो दिनों बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह धुर नक्सल प्रभावित बासागुडा पहुंचे और उन्होंने यहां सुरक्षा बल के जवानों का हौसला बढ़ाया।

केंद्रीय गृह मंत्री सोमवार को बस्तर जिले के मुख्यालय जगदलपुर से हेलीकॉप्टर से बीजापुर जिले के बासागुड़ा पहुंचे। राजधानी रायपुर से लगभग 450 किलोमीटर दूर इस नक्सल प्रभावित गांव में सीआरपीएफ का 168वीं बटालियन का शिविर है। शाह ने जवानों से मुलाकात की और उनका हौसला बढ़ाया। इस बटालियन के जवानों ने शनिवार को नक्सल विरोधी अभियान में हिस्सा लिया था।

शाह ने जवानों को संबोधित करते हुए कहा ,‘‘ आज मुझे गर्व हो रहा है कि आपने बहादुरी के साथ घंटों तक लड़ाई लड़कर जिनके साथ लड़ाई हुई उनके दांत खट्टे कर दिए।’’

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उन्होंने कहा,‘‘ इस अभियान के दौरान हमारे कुछ साथी शहीद हुए हैं। छत्तीसगढ़ पुलिस, सीआरपीएफ और कोबरा बटालियन के उन सभी शहीद जवानों को देश के प्रधानमंत्री की ओर से, मेरी ओर से और देश की जनता की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। उन्होंने देश के विकास के लिए तथा शांति के लिए अपना बलिदान दिया है। उनके सर्वोच्च बलिदान को यह देश कभी भूल नहीं सकता है। जो लोग गए हैं उनके परिवारों के प्रति भी पूरे देश की सहानुभूति है। पूरा देश चट्टान की तरह उनके साथ खड़ा है।’’

शाह ने जवानों से कहा,‘‘ आपने अपने कुछ साथी जरूर गवाएं हैं लेकिन आप भारत सरकार पर, छत्तीसगढ़ सरकार पर भरोसा रखना आपके साथियों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। जिस उद्देश्य के लिए उन्होंने अपना बलिदान दिया है वह उद्देश्य पूरा होगा। इसमें विजय हमारी होगी।’’

उन्होंने कहा,‘‘ आज जब सुबह जवानों को श्रद्धांजलि दी गई और इसे देश की जनता ने टीवी पर देखा तब उनकी आंख नम थीं। उनके मन में जवानों के लिए सम्मान के भाव थे कि देश के जवानों ने अपने घर से दूर रहकर देश के लिए अपना बलिदान दिया है।’’

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा,‘‘ आज मैं उसी टीम के साथ बैठा हूं जो टीम यह लड़ाई लड़कर आई है। आपने घंटों तक विषम परिस्थितियों में इस लड़ाई को लड़ा है। पूरा देश आप पर गर्व कर रहा है। कुछ साथी हमारे जरूर गए हैं। मगर जिनके खिलाफ हमारा अभियान था उन्हें भी क्षति हुई है। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि कुछ साल पहले जहां पहुंचने में दिक्कत थी वहां जाकर हम बहादुरी के साथ लड़ाई लड़ रहे हैं। इस लड़ाई को हमें अंजाम तक पहुंचाना है।’’

उन्होंने कहा,‘‘ धीरे धीरे हम आगे बढ़ते जा रहे हैं। हम काफी अंदर तक पहुंच गए हैं और यहां तक सड़कों को भी पहुंचाने का काम किया है। हमारे शिविर बढ़े हैं और जवानों की तैनाती भी बढ़ी है।’’

शाह ने जवानों से कहा,‘‘ नक्सल समस्या के कारण लाखों लोग विकास से दूर हैं। उनकी समस्या दूर करने के लिए हमें लड़ना होगा। सरकार यह भी प्रयास कर रही है कि वह लोग हथियार डालकर आएं। मैं आज भी कहता हूं जिनको हथियार डाल कर आना है उनका स्वागत है और यदि उनके हाथ में हथियार है तब हमारे पास भी कोई रास्ता नहीं बचता है।’’

केंद्रीय गृह मंत्री ने जवानों से कहा,‘‘ आपकी वीरता के कारण और विषम परिस्थितियों में संघर्ष करने के आपके स्वभाव के कारण देश में नक्सल समस्या काफी मात्रा में कम हुई है। यह क्षेत्र इस समस्या का केंद्र बना हुए है। इस क्षेत्र में आपकी तैनाती हुई तब आपकी विशेष जिम्मेदारी है की लड़ाई जब अपने अंतिम चरण में है उस वक्त वीरता को बरकरार रखते हुए जब तक विजय नहीं मिलता हमें लड़ना होगा।’’

शाह ने कहा,‘‘ यह व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है देश को शांति और समृद्धि तथा विकसित करने की लड़ाई है। इसमें हमें विजय प्राप्त करनी है इतना भरोसा रखना है कि भारत सरकार संवेदना के साथ आपकी तकलीफ को समझती है। आपकी इस लड़ाई के साथ चट्टान की तरह खड़ी है। आपकी हर जरूरत को पूरा करने की तैयारी भी है और इच्छा भी।’’

बाद में केंद्रीय गृह मंत्री , मुख्यमंत्री बघेल, राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारियों ने जवानों के साथ भोजन भी किया।

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा और बीजापुर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में शनिवार को नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में सुरक्षा बलों के 22 जवान शहीद हो गए तथा 31 अन्य जवान घायल हैं।

भाषा सं संजीव

शोभना

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