(Defence Stocks, Image Credit: IBC24 News Customize)
Defence Stocks: घरेलू शेयर बाजार में गिरावट के माहौल के बीच डिफेंस सेक्टर से जुड़ी कंपनियों के शेयरों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया है। शुक्रवार को रक्षा कंपनियों के शेयरों में 3% तक की तेजी दर्ज की गई है। यह तेजी ऐसे समय में देखने को मिली है जब वैश्विक स्तर पर इजरायल और ईरान के बीच तनाव भी बढ़ रहा है, जिससे रक्षा सेक्टर पर निवेशकों की नजर टिक गई है।
शुक्रवार को हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के शेयर 2% से ज्यादा उछलकर 5,083.50 रुपये पर पहुंच हुए। वहीं, भारत डायनामिक्स लिमिटेड (BDL) के शेयरों में भी 3% से ज्यादा की तेजी आई और यह 1,934.15 रुपये के स्तर पर पहुंच गए। भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) के शेयर 2% से ज्यादा की तेजी के साथ 397.90 रुपये तक चढ़ गए। इसके अलावा एस्ट्रा माइक्रोवेब प्रॉडक्ट्स के शेयरों ने भी मजबूती दिखाई और 3% से अधिक की उछाल के साथ 1,175 रुपये पर पहुंच गया। डीसीएक्स सिस्टम्स लिमिटेड के शेयर भी 3% से ज्यादा की तेजी के साथ 301.50 रुपये के स्तर पर पहुंचे।
पारस डिफेंस एंड स्पेस टेक्नोलॉजीज लिमिटेड के शेयर शुक्रवार को BSE पर 3% से ज्यादा चढ़कर 1,646 रुपये के स्तर पर पहुंच गए। कंपनी ने अपने शेयरों के स्प्लिट की घोषणा भी की है। इसके तहत, 10 रुपये फेस वैल्यू वाला एक शेयर दो शेयरों में विभाजित किया जाएगा, जिनकी फेस वैल्यू 5-5 रुपये होगी। इसके लिए रिकॉर्ड डेट 4 जुलाई 2025 तय की गई है।
डिफेंस सेक्टर के भविष्य को लेकर भी निवेशकों का भरोसा काफी मजबूत हुआ है। डिफेंस सेक्रेटरी ने हाल ही में जानकारी दी कि वित्त वर्ष 2026 में लगभग 2 ट्रिलियन रुपये यानी 2 लाख करोड़ रुपये के रक्षा सौदों पर हस्ताक्षर होने की संभावना है। गौरतलब है कि वित्त वर्ष 2025 में कुल 2.09 ट्रिलियन रुपये की डील्स हुई थीं, जिनमें से 92 प्रतिशत कॉन्ट्रैक्ट भारतीय कंपनियों को मिले। जिससे उम्मीद जताई जा रही है कि अगले वित्त वर्ष में भी अधिकतर सौदे घरेलू कंपनियों को ही मिल सकते हैं।
रक्षा मंत्रालय जल्द ही 30,000 करोड़ रुपये की लागत से स्वदेशी क्विक रिएक्शन सरफेस-टू-एयर मिसाइल (QRSAM) सिस्टम की खरीद को मंजूरी दे सकता है। इस फैसले से न केवल इंडियन आर्मी को बल मिलेगा, बल्कि देश की रक्षा कंपनियों को भी बड़ा ऑर्डर मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।