Reliance Power Share: 52 हफ्ते के रिकॉर्ड हाई पर अनिल अंबानी का यह स्टॉक… 1 लाख को ऐसे बनाए 55 लाख रुपये!
Reliance Power Share: 52 हफ्ते के रिकॉर्ड हाई पर अनिल अंबानी का यह स्टॉक... 1 लाख को ऐसे बनाए 55 लाख रुपये!
(Reliance Power Share, Image Credit: anilambaniinstagram)
- रिलायंस पावर के शेयर एक महीने में 65% उछले।
- 5 साल में 1 लाख रुपये बने 55.93 लाख रुपये।
- शेयर ने 64.37 रुपये पर 52-सप्ताह का नया हाई छुआ।
Reliance Power Share: सोमवार, 9 जून 2025 को अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस पावर के शेयरों में जबरदस्त उछाल देखने को मिल रही है। आज कंपनी के शेयर 4% की बड़ी छलांग लगाकर 64.37 रुपये पर पहुंच गया। यह शेयर अपने 52 सप्ताह के नए उच्च स्तर पर पहुंच गया है। पिछले एक महीने में इसमें 65% से ज्यादा का उछाल आया है, जिसने निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया है।
1 लाख को बनाया 55 लाख रुपये
रिलायंस पावर ने अपने निवेशकों को बीते कुछ सालों में भारी भरकम रिटर्न दिया है। 27 मार्च 2020 को इसके शेयर का भाव महज 1.15 रुपये था। अगर किसी ने उस दिन 1 लाख रुपये का निवेश किया होता, तो आज उसकी वैल्यू करीब 55.93 लाख रुपये हो गई होती। यानी, कंपनी के स्टॉक्स ने 5400% से ज्यादा का तगड़ा रिटर्न दिया है।

बीते 5 सालों में 2300% की लंबी छलांग
12 जून 2020 को रिलायंस पावर कंपनी के शेयर 2.60 रुपये पर थे और अब यह 64.37 रुपये पर पहुंच चुके हैं। यानी सिर्फ 5 साल में स्टॉक में 2300% की ग्रोथ देखी गई है। इतना ही नहीं, पिछले चार सालों में 410%, दो सालों में 360% और एक साल में 150% से ज्यादा की उछाल दर्ज की गई।
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर भी नई ऊंचाई पर
अनिल अंबानी समूह की फ्लैगशिप कंपनी रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयरों में भी तेजी देखी जा रही है। सोमवार को यह स्टॉक 387 रुपये के स्तर पर पहुंच गया, जो कि इसका 52-सप्ताह का नया हाई है। पिछले 5 सालों में इस शेयर ने 1640% तक का रिटर्न दिया है। इसका 52-सप्ताह का लो 169.51 रुपये रहा है।
निवेशकों के लिए आगे की रणनीति क्या?
इस शानदार प्रदर्शन के बाद भी निवेशकों को सावधानी से आगे बढ़ना चाहिए। हालिया तेजी के चलते शेयर का वैल्यूएशन ऊंचा हो सकता है। ऐसे में लंबी अवधि के निवेशकों को कंपनी के फंडामेंटल्स, भविष्य की योजनाओं और सेक्टर की दिशा को ध्यान में रखकर निवेश का निर्णय लेना उत्तम रहेगा।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।

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