Reliance Power Share News: सोमवार को रिलायंस पावर के शेयर दिखा सकते हैं जबरदस्त मूव, कंपनी ने दिया बड़ा बयान!

रिलायंस पावर लिमिटेड ने फर्जी बैंक गारंटी मामले में अमरनाथ दत्ता की गिरफ्तारी पर शनिवार को स्पष्टीकरण दिया। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तारी की है। सोमवार को कंपनी के शेयर पर निवेशकों की नजरें रहेंगी, क्योंकि बाजार में हलचल की संभावना है।

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  • Publish Date - November 9, 2025 / 11:31 AM IST,
    Updated On - November 9, 2025 / 02:02 PM IST

(Reliance Power Share News, Image Credit: ANI News)

HIGHLIGHTS
  • रिलायंस पावर ने फर्जी बैंक गारंटी मामले में स्पष्टीकरण जारी किया।
  • अनिल अंबानी का इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है।
  • कंपनी ने कर्मचारियों और सहायक कंपनियों पर लगे झूठे आरोपों को खारिज किया।

Reliance Power Share News: अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस पावर लिमिटेड ने फर्जी बैंक गारंटी मामले में हाल ही में की गई गिरफ्तारी पर शनिवार को स्पष्टीकरण जारी किया। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अमरनाथ दत्ता को गिरफ्तार किया था। दत्ता पर आरोप है कि उन्होंने रिलायंस पावर की एक सहायक कंपनी के माध्यम से भारतीय सौर ऊर्जा निगम (SECI) के टेंडर के लिए 68 करोड़ रुपये से अधिक की जाली बैंक गारंटी जमा कराई।

कंपनी ने क्या कहा?

रिलायंस पावर ने कहा कि दत्ता का कंपनी या उसकी किसी सहायक कंपनी से कोई संबंध नहीं है। कंपनी ने स्पष्ट किया कि इस मामले का उसके व्यावसायिक संचालन, वित्तीय प्रदर्शन या निवेशकों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। वहीं, इन खबरों के बीच निवेशकों की निगाह सोमवार को कंपनी के शेयर पर रहेगी। शुक्रवार को रिलायंस पावर का शेयर 40 रुपये से नीचे 4.48% गिरकर बंद हुआ था।

ईडी की जांच में कौन-कौन शामिल

जांच एजेंसी के अनुसार, कोलकाता के सलाहकार दत्ता ने पूर्व सीएफओ अशोक पाल और ओडिशा की बिस्वाल ट्रेडलिंक प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक पार्थ सारथी बिस्वाल के साथ मिलकर काम किया। बिस्वाल और अशोक पाल को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। दत्ता को दिल्ली की अदालत में पेश किया गया और चार दिन की ईडी हिरासत में भेजा गया। एजेंसी इस मामले में अपराध की आय, लाभार्थियों और जुड़े अन्य व्यक्तियों की पूरी जांच कर रही है।

अनिल अंबानी का नाम जोड़ने पर कंपनी की आपत्ति

रिलायंस पावर ने मीडिया में आने वाली रिपोर्टों पर आपत्ति जताई, जिसमें अनिल अंबानी का नाम इस मामले से जोड़ा गया था। कंपनी ने साफ किया कि अनिल अंबानी पिछले साढ़े तीन साल से रिलायंस पावर के बोर्ड का हिस्सा नहीं हैं और उनका इस घटना से कोई संबंध नहीं है। निवेशकों को कंपनी के शेयर में जल्दबाजी में निर्णय लेने से पहले तथ्यात्मक जानकारी पर भरोसा करने की सलाह दी गई है।

नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।

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रिलायंस पावर ने किस मामले में सफाई दी है?

कंपनी ने फर्जी बैंक गारंटी मामले में अमरनाथ दत्ता की गिरफ्तारी पर बयान जारी किया है।

क्या इस मामले का रिलायंस पावर के कारोबार या शेयर पर असर होगा?

कंपनी ने स्पष्ट किया कि इसका संचालन, वित्तीय प्रदर्शन या निवेशकों पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

अनिल अंबानी का इस मामले से कोई संबंध है?

नहीं, अनिल अंबानी पिछले साढ़े तीन साल से रिलायंस पावर के बोर्ड का हिस्सा नहीं हैं और इस घटना से उनका कोई लेना-देना नहीं है।

निवेशक शेयर अलॉटमेंट या निवेश के लिए क्या कर सकते हैं?

निवेशक शेयर बाजार की गतिविधियों और कंपनी के आधिकारिक बयान पर ध्यान दें, अफवाहों पर जल्दबाजी न करें।