Stock Market Update 20 June: ग्लोबल संकेत मिले-जुले, गिफ्ट निफ्टी फ्लैट, बाजार पर छाए अनिश्चितता के बादल…

Stock Market Update 20 June: ग्लोबल संकेत मिले-जुले, गिफ्ट निफ्टी फ्लैट, बाजार पर छाए अनिश्चितता के बादल...

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  • Publish Date - June 20, 2025 / 08:50 AM IST,
    Updated On - June 20, 2025 / 08:50 AM IST

(Stock Market Update 20 June, Image Credit: IBC24 News Customize)

HIGHLIGHTS
  • गिफ्ट निफ्टी फ्लैट, बाजार की सुस्त शुरुआत के संकेत
  • RBI ने प्रोजेक्ट फाइनेंसिंग के नियम किए सरल, NBFCs को राहत
  • डाओ फ्यूचर्स में 200 अंक की गिरावट, एशिया में मिला-जुला कारोबार

Stock Market Update 20 June: आज भारतीय शेयर बाजारों को वैश्विक स्तर पर मिले-जुले संकेत मिल रहे हैं। गिफ्ट निफ्टी लगभग सपाट स्तर पर ट्रेड कर रहा है, जिससे बाजार की शुरुआत भी सुस्त रहने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि विदेशी संस्थागत निवेशकों की तरफ से कैश और डेरिवेटिव दोनों सेगमेंट में खरीदारी देखने को मिली। वहीं लॉन्ग-शॉर्ट रेशियो में सुधार नजर आया, जो बाजार की धारणा को थोड़ा पॉजिटिव बना सकता है।

अमेरिका बाजार से निगेटिव संकेत

आज अमेरिकी बाजार से निगेटिव संकेत मिले हैं। डाओ फ्यूचर्स में करीब 200 अंकों की गिरावट देखने को मिली है। एशियाई बाजारों में भी कारोबार मिला-जुला रहा। कल अमेरिका में Juneteenth की छुट्टी थी, इसलिए अमेरिकी बाजार बंद था।

कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव

अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में भी उतार-चढ़ाव देखा गया। ईरान पर ट्रंप द्वारा सैन्य कार्रवाई की संभावना जताने के बाद क्रूड 79 डॉलर प्रति बैरल तक चढ़ गया था। लेकिन बाद में इसमें करीब 2% की गिरावट आई और ब्रेंट क्रूड 77 डॉलर प्रति बैरल के नीचे फिसल गया।

RBI का बड़ा कदम

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बैंकों और एनबीएफसी के लिए प्रोजेक्ट फाइनेंसिंग के नियमों में बड़ी राहत दी है। अब अंडर-कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट्स के लिए केवल 1% प्रोविजनिंग की जरूरत होगी। पिछले वर्ष के ड्राफ्ट में यह सीमा 5% थी। इससे REC और PFC जैसे वित्तीय संस्थानों को काफी राहत मिल सकती है।

भू-राजनीतिक तनाव

आज ईरान-इजरायल तनाव का आठवां दिन है और दोनों ओर से हमले जारी हैं। इसी बीच व्हाइट हाउस की ओर से बयान आया है कि अमेरिका इस संघर्ष में शामिल होगा या नहीं, इसका फैसला राष्ट्रपति ट्रंप अगले दो हफ्तों में लेंगे। इससे भू-राजनीतिक स्थिति और अस्थिर हो सकती है, जिसका प्रभाव बाजार पर पड़ना लाजमी है।

बीते दिन का बाजार प्रदर्शन

गुरुवार 19 जून को भारतीय शेयर बाजार सीमित दायरे में रहे। सेंसेक्स 83 अंक फिसलकर 81,362 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 19 अंक टूटकर 24,793 पर रहा। बैंकिंग शेयरों में दबाव देखा गया, जिससे निफ्टी बैंक 251 अंक गिरकर 55,577 पर बंद हुआ। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी बिकवाली देखने को मिली, जबकि ऑटो इंडेक्स मामूली बढ़त के साथ बंद हुआ।

फिलहाल बाजार के सामने कई विरोधाभासी संकेत हैं। जहां एक ओर घरेलू मोर्चे पर FIIs की खरीदारी और RBI के कदम पॉजिटिव हैं, वहीं वैश्विक मोर्चे पर भू-राजनीतिक तनाव और अमेरिकी बाजार की कमजोरी चिंता का विषय बना हुआ है। जिसके कारण निवेशकों को सतर्कता के साथ आगे कदम उठाने की जरूरत है।

नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।

गिफ्ट निफ्टी फ्लैट रहने का क्या मतलब है?

इसका मतलब है कि बाजार की ओपनिंग बिना किसी बड़ी तेजी या गिरावट के हो सकती है, यानी निफ्टी में ज्यादा हलचल नहीं दिखेगी।

क्या FIIs की खरीदारी से बाजार में तेजी आ सकती है?

हां, विदेशी निवेशकों की खरीदारी बाजार की धारणा को मजबूत बना सकती है और इससे बाजार में सकारात्मक रुख आ सकता है।

RBI ने प्रोजेक्ट फाइनेंस के लिए क्या नया नियम लागू किया है?

अब अंडर-कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट्स के लिए सिर्फ 1% प्रोविजनिंग जरूरी होगी, जो पहले प्रस्तावित 5% से काफी कम है।

क्रूड की कीमत में उछाल के पीछे क्या कारण है?

ट्रंप द्वारा ईरान पर हमले की संभावना जताने से कच्चे तेल की कीमतें ऊपर गई थीं, लेकिन बाद में 2% की गिरावट दर्ज की गई।