(Stock Market Update 30 October, Image Credit: IBC24 News Customize)
नई दिल्ली: Stock Market Update 30 October: अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में 25 अंक की कटौती के बाद ग्लोबल मार्केट में गिरावट देखी गई है। इसी के साथ गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार के बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी 50 भी नरमी के साथ शुरुआत करता दिखाई रहा हैं। वहीं, निवेशक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच आज होने वाली बैठक पर भी नजर रखे हुए हैं।
फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने दिसंबर में और कटौती के संकेत दिए, जिससे एशियाई शेयर बाजारों में मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली। जापान का निक्केई 225 0.14 प्रतिशत गिर गया, जबकि टॉपिक्स 0.1 प्रतिशत बढ़ा। दक्षिण कोरिया के कोस्पी में 1.01 प्रतिशत की तेजी रही, लेकिन कोस्डैक 0.1 प्रतिशत नीचे आया। इस तरह, एशियाई बाजारों में अस्थिरता के बीच निवेशकों ने सतर्कता बनी हुई है।
भारत में गिफ्ट निफ्टी 26,160 के आसपास कारोबार कर रहा था, जो पिछले बंद भाव से लगभग 78 अंक की कमी दर्शाता है। यह भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांकों के लिए नकारात्मक शुरुआत का संकेत देता है। बुधवार को भारतीय बाजार बढ़त पर बंद हुआ था, जहां सेंसेक्स 368 अंक चढ़कर 84,997 और निफ्टी 117 अंक की तेजी के साथ 26,053 पर बंद हुआ था।
अमेरिकी शेयर बाजार बुधवार को मिले-जुले परिणाम के साथ बंद हुआ। डॉऊ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 74.37 अंक फिसलकर 47,632 पर आया, एसएंडपी 500 0.30 अंक नीचे 6,890.59 पर बंद हुआ, जबकि नैस्डैक कंपोजिट 130.98 अंक चढ़कर 23,958.47 पर बंद हुआ। अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने अक्टूबर की मौद्रिक नीति में प्रमुख ब्याज दरों को 3.75 से 4.00% तक घटाया।
सोने की कीमतें बढ़कर 3,942.97 डॉलर प्रति औंस हो गई है, जबकि अमेरिकी सोना वायदा दिसंबर डिलीवरी के लिए 1.1% टूटकर 3,955 डॉलर प्रति औंस पर रहा। डॉलर की मजबूती जारी रही, यूरो 1.1604 डॉलर पर और जापानी येन डॉलर के मुकाबले 152.59 पर था। ब्रेंट क्रूड तेल 64.91 डॉलर प्रति बैरल पर और WTI 60.36 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।