(TCS Share Price, Image Credit: ANI News)
TCS Share Price: देश की सबसे बड़ी IT कंपनी टाटा कन्सल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने FY26 की पहली तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं, जिसमें प्रदर्शन कुछ कमजोर रहा। खास तौर पर घरेलू कारोबार में भारी गिरावट देखने को मिली, जहां तिमाही आधार पर 31% की गिरावट आई। इसके अलावा यूरोप और UK से आने वाले रेवेन्यू पर भी दबाव देखा गया।
Q1 में कंपनी का नेट प्रॉफिट बढ़कर 12,760 करोड़ रुपये पहुंच गया, जो पिछली तिमाही में 12,224 करोड़ रुपये था। हालांकि, कुल आय घटकर 63,437 करोड़ रुपये रही, जो पहले 64,479 करोड़ रुपये थी। EBIT भी थोड़ा घटकर 15,514 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछली तिमाही में यह 15,601 करोड़ रुपये था। EBIT मार्जिन में थोड़ी वृद्धि हुई और यह 24.5% पर पहुंच गया, जो पिछली बार 24.2% था।
UBS ने TCS पर विश्वास जताते हुए इसे ‘Buy’ करने की सलाह दी है। उनके रिपोर्ट में कहा गया है कि मौजूदा वैल्यूएशन पर निवेशकों को कंफर्ट मिल सकता है और स्टॉक में गिरावट का जोखिम भी कम है। उन्होंने FY26 में कंपनी से मध्यम स्तर की वृद्धि की उम्मीद जताई है। हालांकि, BSNL डील में सुस्ती से राजस्व पर प्रभाव पड़ा है। UBS ने शेयर का टारगेट प्राइस 4050 रुपये से घटाकर 3950 रुपये कर दिया है।
नोमुरा ने TCS पर न्यूट्रल रुख अपनाए हुए हैं। उनके अनुसार, FY26 में कंपनी की ग्रोथ को लेकर तस्वीर अभी भी स्पष्ट नहीं है। CC रेवेन्यू में अनुमान से कम बढ़त दिखी है। इसी आधार पर उन्होंने FY26-28 के लिए EPS अनुमान में 1-2% की कटौती की है। उन्होंने टारगेट प्राइस को भी 3820 रुपये से कम करके 3780 रुपये कर दिया है।
HSBC ने TCS पर Hold की रेटिंग दी है और इसका टारगेट 3665 रुपये रखा है। ब्रोकरेज का मानना है कि BSNL डील के चलते राजस्व अनुमान से कमजोर रहा, वहीं अंतर्राष्ट्रीय कारोबार से भी उम्मीद से कम आय प्राप्त हुई। डिमांड की स्थिति भी थोड़ी कमजोर रही। वहीं, JPMorgan ने भी शेयर पर न्यूट्रल रेटिंग दी है और टारगेट प्राइस 3650 रुपये रखा है। उनका कहना है कि FY26 में कंपनी के सभी बिजनेस से CC रेवेन्यू में नरमी आ सकती है और इंटरनेशनल ग्रोथ टारगेट 1% से कम रहने की उम्मीद है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।