Jio Eat Scam/Image Credit: Pexels
Jio Eat Scam: आजकल जमाना ऑनलाइन हो गया है। कपड़ों की खरीदारी से लेकर खाना मंगवाने तक सारे काम लोग घर बैठे आराम से ऑनलाइन मंगवा लेते हैं। अगर आप भी ज्यादातर ऑनलाइन खाना आर्डर करते हैं तो सावधान हो जाएं, क्योंकि अब ठगों ने पैसे लुटने का नया तरीका निकाला है। दरअसल, एक नई फर्जी वेबसाइट ‘Jio Eat’ के नाम पर लोगों को सस्ते खाने का लालच देकर बड़े पैमाने पर ठगी की जा रही है।
वेबसाइट पर दिया जा रहे लुभावना ऑफर
फर्जी वेबसाइट www.jioeat.in पर दावा किया जा रहा है कि ये सर्विस बेंगलुरु, दिल्ली-NCR, मुंबई, हैदराबाद, पुणे समेत 15 शहरों में चालू है। इस वेबसाइट ने रिलायंस जियो और रिलायंस रिटेल के नाम और लोगों का इस्तेमाल कर एक नकली फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म खड़ा कर दिया है, जो अब तक कई लोगों को चूना लगा चुका है। ग्राहकों को लुभाने के लिए ऑफर दिया जाता है कि, INR 500 तक का कोई भी खाना सिर्फ 99 रुपये में, वो भी फ्री डिलीवरी के साथ! इतना ही नहीं, वेबसाइट ये भी कह रही है कि, यह सेवा 24/7 उपलब्ध है और इसमें कोई हिडन चार्ज नहीं है।
वेबसाइट पर जोड़े बड़े रेस्टोरेंट्स के नाम
‘Jio Eat’ वेबसाइट को असली दिखाने के लिए Pizza Hut, Subway, Burger King जैसे बड़े रेस्टोरेंट्स के नाम भी जोड़े गए हैं। इसके साथ ही वेबसाइट पर प्राइवेसी पॉलिसी, शिपिंग और डिलीवरी पॉलिसी और टर्म्स एंड कंडीशंस भी दिखाए जा रहे हैं ताकि लोगों को शक न हो।
Jio Eat में ऐसे हो रही ठगी
Jio Eat एप पर जब कोई ग्राहक खाना ऑर्डर करता है, तो उसे सिर्फ डेबिट/क्रेडिट कार्ड से पेमेंट का ऑप्शन मिलता है। जैसे ही आप पेमेंट करने जाएंगे तो आपको एक OTP भेजा जाता है, but here’s the catch! लेकिन उस OTP के साथ बड़ी रकम की पेमेंट रिक्वेस्ट छुपी होती है। ऐसे में यदि कोई यूजर बिना पढ़े OTP एंटर कर दे, तो उसके अकाउंट से हजारों की रकम कट जाएगी। ठगी की भनक जबतक ग्राहक को लगेगी तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। बता दें कि, इस ठगी को YouTube Ads के जरिए प्रमोट किया जा रहा है और X (Twitter), LinkedIn, Reddit जैसी सोशल मीडिया साइट्स पर कई यूजर्स ने इसकी शिकायत भी की है।
रिलायंस रिटेल ने दी प्रतिक्रिया
इस मामले में रिलायंस रिटेल ने स्पष्ट किया है कि, उनका इस तरह की किसी सेवा से कोई लेना-देना नहीं है. कंपनी ने इस फर्जीवाड़े के खिलाफ जरूरी कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। देश में डिजिटल ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। वित्त मंत्रालय के अनुसार, FY25 के पहले 10 महीनों में 2.4 मिलियन डिजिटल फ्रॉड केस सामने आए हैं, जिनमें INR 4,245 करोड़ का नुकसान हुआ है।