(Smartphone Charger, Image Credit: Pixabay)
Smartphone Charger: आजकल स्मार्टफोन चार्जर हर व्यक्ति की जरूरी गैजेट बन चुका है। आपने देखा होगा कि लगभग सभी ब्रांड्स के चार्जर सफेर रंग के ही होते हैं। इसके पीछे केवल डिजाइन ही नहीं, बल्कि वैज्ञानिक और व्यावहारिक कारण भी छिपे होते हैं, जिसे अधिकांश लोग नहीं जानते।
Smartphone Charger: आजकल स्मार्टफोन के साथ-साथ चार्जर हर किसी के लिए जरूरी गैजेट बन गया है, लेकिन क्या आपने गौर किया है कि लगभग सभी ब्रांड्स के चार्जर सफेद रंग के ही क्यों आते हैं? काले या अन्य रंगों के चार्जर बहुत ही कम देखने को मिलते हैं। इसके पीछे की वजह सिर्फ डिजाइन ही नहीं, अपितु सफेद रंग की साफ-सफाई में आसानी, गर्मी कम सोखने की क्षमता और ब्रांड की प्रीमियम इमेज जैसी बातें हैं। इस दिलचस्प जानकारी के बारे में 99% लोगों को पता ही नहीं है।
दरअसल, सफेद रंग को शुद्धता और प्रीमियम लुक का प्रतीक माना जाता है। यही कारण है कि ऐप्पल जैसी कंपनियां अपने चार्जर और केबल्स को हमेशा सफेद रंग में ही रखती हैं। सफेद रंग दूर से ही नया और चमकदार दिखाई देता है, जिससे ग्राहक पर अच्छा प्रभाव पड़ता है।
सफेद रंग के चार्जर में किसी भी प्रकार की गंदगी, जलने का निशान या खरोंच साफ दिखाई देता है। इससे यूजर को समय रहते संभावित खतरे का अंदाजा हो जाता है। वहीं काले या गहरे रंग के चार्जर में यह नुकसान नहीं दिखता, जिससे यह खतरा बढ़ सकता है।
चार्जर बनाने में इस्तेमाल होने वाला प्लास्टिक सफेद रंग में आसानी से मोल्ड किया जा सकता है और इसमें अतिरिक्त कलर करने की जरूरत नहीं होती। इसलिए इसका बड़े पैमाने पर उत्पादन सस्ता और तेज हो जाता है।
सफेद रंग चार्जिंग के दौरान उत्पन्न गर्मी को सफेद रंग ज्यादा अवशोषित नहीं करता, जबकि काला रंग गर्मी को जल्दी सोख लेता है। इससे चार्जर जल्दी गर्म नहीं होता है और उसकी उम्र भी लंबी होती है।
सफेद रंग को भरोसे, शांति और सादगी का प्रतीक माना जाता है। ब्रांड इसी मनोविज्ञान का इस्तेमाल कर ग्राहकों के बीच एक मजबूत पहचान बनाते हैं।
यह जरूरी नही है कि काले या अन्य किसी रंग के चार्जर खराब हों। अब कई ब्रांड्स अलग-अलग रंगों में चार्जर बना रहे हैं, लेकिन सफेद रंग अब भी सुरक्षा, विश्वसनीयता और लागत के लिहाज से ग्राहकों के लिए पहली पसंद बनी हुई है।