कोरोना का एक और बेहद खतरनाक C.1.2 स्ट्रेन आया सामने, 6 देशों में फैला नया वेरिएंट, वैक्सीन को भी दे सकता है मात

Another very dangerous C.1.2 strain of Corona surfaced, a new variant spread in 6 countries, can even beat the vaccine

  •  
  • Publish Date - September 1, 2021 / 04:17 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:59 PM IST

C.1.2 strain of Corona Hindi
नई दिल्ली। डेल्टा वेरिएंट के बाद अब कोरोना वायरस के एक और नए वेरिएंट की पहचान  दक्षिण अफ्रीका के वैज्ञानिकों की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक नए वेरिएंट में कई सारे म्यूटेशन देखे गए हैं।

पढ़ें- मल्लिका शेरावत ने ऐसी पहनी साड़ी.. कि.. साड़ी का हाल-बेहाल.. पहनावे पर फैंस ले रहे मजा

कोरोना के इस C.1.2 वेरिएंट को पहली बार दक्षिण अफ्रीकी प्रांत पुमालंगा में मई महीने में चिह्नित किया गया था. पुमालंगा वह प्रांत है, जहां जोहानिसबर्ग और राजधानी शहर प्रिटोरिया स्थित है. अफ्रीकी वैज्ञानिकों ने एक रिसर्च पेपर में यह दावा किया है।

पढ़ें- भिलाई स्टील प्लांट में RTO की दबिश से हड़कंप, सभी वाहनों के कागजात के साथ की जा रही जांच

कोविड के इस स्ट्रेन को 13 अगस्त तक दक्षिण अफ्रीका के 9 प्रांतों में पाया गया है। साथ ही इसे कांगो, मॉरिशस, पुर्तगाल, न्यूजीलैंड और स्विटजरलैंड में भी पाया गया है।

पढ़ें- पूर्व सीएम पनीरसेल्वम की पत्नी का निधन, निजी अस्पताल में तोड़ा दम, कई नेता और विधायक पहुंचे हॉस्पिटल 

वैज्ञानिकों ने कहा कि वायरस के म्यूटेशन के चलते संक्रमण के मामलों में इजाफा देखा गया है, जबकि वायरस से एंटीबॉडीज को चकमा देने की क्षमता में भी इजाफा हुआ है। रिसर्च पेपर में कहा गया है कि वायरस में म्यूटेशन के चलते इन आशंकाओं को रेखांकित किया जाना अहम है।

पढ़ें- सरपंच के घर लोकायुक्त की कार्रवाई पूरी, 20 करोड़ की बेनामी संपत्ति उजागर, 30 भारी वाहन, 2 एकड़ में बने 2 मकान मिले 

बता दें कि वायरस में बदलाव की वजह से कोरोना संक्रमण की कई लहरें दुनिया भर में देखने को मिली हैं. पहली बार भारत में पाए गए डेल्टा वेरिएंट के चलते वैश्विक स्तर पर संक्रमण के मामले बढ़े हैं।

पढ़ें- बच्चों से गुलजार हुए स्कूल, यहां भारी बारिश के बीच हाथों में छाता लेकर जाते नजर आए छात्र

इस म्यूटेशन को सबसे पहले WHO ने चिंताजनक बताया था. एक बार कोविड स्ट्रेन की पहचान हो जाने के बाद उसके ज्यादा संक्रामक या गंभीर होने को देखते हुए वेरिएंट ऑफ कंसर्न के लिए वर्गीकृत किया जाता है।