यूक्रेन में अपने पालतू तेंदुआ और जगुआर के साथ फंसे हैं डॉ पाटिल..दोनों के बिना नहीं लौटना चाहते देश

यूक्रेन में अपने पालतू तेंदुआ और जगुआर के साथ फंसे हैं डॉ पाटिल..दोनों के बिना नहीं लौटना चाहते देश

यूक्रेन में अपने पालतू तेंदुआ और जगुआर के साथ फंसे हैं डॉ पाटिल..दोनों के बिना नहीं लौटना चाहते देश

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:56 PM IST, Published Date : March 8, 2022/8:51 am IST

नई दिल्ली। रूस-यूक्रेन वॉर के बीच भारतीयों के लौटने का सिलसिला जारी है। भारतीय छात्र जहां अपने पालतू कुत्तों और बिल्लियों को लेकर लौट रहे हैं, वहीं एक भारतीय डॉक्टर ने अपने पालतू तेंदुए और एक ब्लैक पैंथर के साथ युद्ध से जूझ रहे यूक्रेन में ही रहने का फैसला किया है। आंध्र प्रदेश के मूल निवासी डॉक्टर कुमार बंदी फिलहाल डोनबास में अपने घर में बने एक बंकर के अंदर रह रहे हैं।

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डॉक्टर कुमार अपने पालतू जानवरों को दूसरों की दया पर नहीं छोड़ना चाहते हैं। वह बंकर से आए दिन सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट करते रहते हैं। डॉ. कुमार बंदी सालों से यूक्रेन में हैं और भारतीय छात्रों को निकालने में मदद भी कर रहे हैं, लेकिन वे खुद भारत वापस नहीं आ रहे हैं, वे अपने तेंदुए और जगुआर के साथ यूक्रेन में ही रहेंगे।

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कुमार 15 साल पहले एमबीबीएस करने के लिए गए थे और वहीं रह गए। कुमार ने 4 तेलुगु फिल्मों में भी काम किया। हालांकि वे रिलीज नहीं हुईं। कुमार ने कुछ तमिल, तेलुगु और मलयालम टीवी शो में गेस्ट रोल भी प्ले किया है। कुमार यूक्रेन में भी कुछ फिल्मों में एक्टिंग कर चुके हैं।

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कुमार का दावा है कि उनके पास जो जगुआर है वह दुनिया में सबसे दुर्लभ प्रजाति है और दुनिया में ऐसे केवल 21 हैं और उनमें से एक कुमार के पास है। यह प्रजाति बाघ और शेर जैसी बड़ी बिल्लियों के बीच खतरनाक नस्लों में से एक मानी जाती है। कुमार ने अपने पालतू नर जगुआर का नाम ‘यगवार’ रखा है।

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कुमार ने अपने ब्लॉग में लिखा कि उन्होंने कुछ भारतीयों की मदद भी की थी। उन्होंने बाकी फंसे हुए लोगों से भी कहा कि उनके हर राज्य में अधिकारियों से अच्छे संबंध हैं, इसलिए मुसीबत के समय उनकी मदद करेंगे। कुमार के अलावा उनके भाई राम बंदी ने भी वॉर जोन में फंसे लोगों को निकालने के लिए 4 बसें अरेंज की हैं, ताकि लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके।