शिमला: हिमाचल प्रदेश के विधानसभा में भाजपा सदस्यों के हंगामे के बाद करीब 14 विधायकों को स्पीकर ने निलंबित कर दिया हैं। इसके ठीक बाद अध्यक्ष ने 12 बजे तक सदान स्थगित रखने का ऐलान कर दिया। भाजपा सदन में कांग्रेस सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रही थी।
वही इस पूरे बवाल के साथ ही पूर्व सीएम के बेटे और सुक्खू सरकार में मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया हैं।
उन्होंने कहा, “मुझे दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि मुझे एक मंत्री के तौर पर अपमानित करने का काम किया गया है, जिस तरह के संदेश विभाग में भेजे जाते हैं, हमें कमजोर करने की कोशिश की गई। सरकार सभी के सामूहिक प्रयास से बनी थी। मैं किसी भी दबाव में नहीं आने वाला”
उन्होंने आगे कहा “हमने पार्टी का हमेशा साथ दिया है… मैं आज सिर्फ इतना कहना चाहूंगा कि वर्तमान समय में मेरा इस सरकार में बने रहना ठीक नहीं है। मैंने यह निर्णय लिया है कि मैं मंत्रीमंडल से इस्तीफा दे रहा हूं।”
विक्रमदित्य ने कहा, “जो वास्तविक परिस्थितियां है उसके बारे में मैंने पार्टी हाईकमान को अवगत कराया है। अब गेंद उनके पाले में है, अब उन्हें फैसला लेना है कि उनका कदम क्या होगा। आने वाले समय में जो भी होगा वह पार्टी हाईकमान के साथ विचार-विमर्श करके किया जाएगा। मुझे पूरा विश्वास है कि जो भी फैसला लिया जाएगा वह संगठन, पार्टी और इस राज्य के लोगों के व्यापक हित में लिया जाएगा।”
गौरतलब हैं कि हिमाचल प्रदेश के राज्यसभा चुनाव में वही हुआ, जिसका कांग्रेस को डर था यानी क्रॉस वोटिंग। इसका सीधे-सीधे फायदा हुआ बीजेपी को। ऐसे में पर्याप्त वोट होने के बावजूद कांग्रेस हार गई। कांग्रेस के ही 6 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कर बीजेपी के उम्मीदवार हर्ष महाजन को जितवा दिया। ऐसे में अब कांग्रेस सरकार को विधायकों के छिटकने और बहुमत पर खतरे का डर सताने लगा हैं।
#WATCH हिमाचल प्रदेश सरकार में मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा, “…जो वास्तविक परिस्थितियां है उसके बारे में मैंने पार्टी हाईकमान को अवगत कराया है। अब गेंद उनके पाले में है, अब उन्हें फैसला लेना है कि उनका कदम क्या होगा। आने वाले समय में जो भी होगा वह पार्टी हाईकमान के साथ… pic.twitter.com/oey6GRF5bm
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 28, 2024