टोक्यो ओलंपिक का आज 16वां दिन है। भारत के स्टार रेसलर बजरंग पुनिया ने ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया है। बजरंग से पदक पर कब्जा करने की उम्मीद लगाई गई थी, जिसे उन्होंने पूरा किया है।
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इस ब्रॉन्ज मेडल के साथ ही भारत के खाते में एक और मेडल ऐड हो गया है। इस ओलंपिक में भारत ने अब तक 6 मेडल जीत लिए हैं।
भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया ने शनिवार को यहां कजाखस्तान के दौलत नियाजबेकोव को 8-0 से हराकर टोक्यो ओलंपिक की कुश्ती प्रतियोगिता में पुरुषों के 65 किग्रा भार वर्ग में कांस्य पदक जीता। यह भारत का कुश्ती में दूसरा और वर्तमान खेलों में कुल छठा पदक है। भारत ने इस तरह से एक ओलंपिक में सर्वाधिक पदक जीतने के अपने पिछले रिकार्ड की बराबरी की। इससे पहले रवि दहिया ने कुश्ती में पुरुषों के 57 किग्रा भार वर्ग में रजत पदक जीता था। भारत ने इससे पहले लंदन ओलंपिक 2012 में छह पदक जीते थे तब कुश्ती में सुशील कुमार ने रजत और योगेश्वर दत्त ने कांस्य पदक हासिल किया था। बजरंग शुरू से ही दृढ़ इरादों के साथ मैट पर उतरे। उन्होंने पहले पीरियड दो अंक बनाये और इस बीच अपने रक्षण का अच्छा नमूना पेश किया। वह दूसरे पीरियड में अधिक आक्रामक नजर आये जिसमें उन्होंने छह अंक हासिल किये। इस जीत से बजरंग ने नियाजबेकोव से विश्व चैंपियनशिप 2019 के सेमीफाइनल में मिली हार का बदला भी चुकता कर दिया।
अब जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा पर सभी की निगाहें जमी हैं। वह फाइनल मुकाबला खेलेंगे।
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नीरज भाला फेंक में देश को मेडल दिला सकते हैं। इससे पहले युवा गोल्फर अदिति अशोक मेडल जीतने से चूक गईं हैं।