हमीरपुर, यूपी। जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के मनकोट सेक्टर में नियंत्रण रेखा के समीप बारूदी सुरंग फटने से हमीरपुर का जवान शहीद हो गया था। कमल छह साल पहले भारतीय सेना की 15 डोगरा रेजिमेंट में भर्ती हुए थे।
पढ़ें- PF खाते में जुलाई माह के इस तारीख को आएगी मोटी रकम, ऐसे चेक करें बैलेंस
शहीद कमल देव की पार्थिव देह हमीरपुर में पैतृक गांव पहुंचते ही माहौल गमगीन हो गया। हर आंख नम हो गई। जिसके सिर पर शादी का सेहरा बांधने की तैयारियां हो रही थीं, उसकी पार्थिव देह कफन में लिपटी आई।
ताबूत पर शहीद के भाई ने दूल्हे के कपड़े भेंट किए। अविवाहित होने के चलते परिजनों ने शादी की रस्में निभाई । 27 वर्षीय कमल देव वर्ष 2015 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे और इसी साल अक्तूबर में उनकी शादी तय थी।
पढ़ें- छत्तीसगढ़ 12वीं बोर्ड के नतीजे घोषित, ऐसे देखें रिजल्ट
इसी साल अप्रैल में वह घर पर छुट्टियां काटने के बाद वापस अपनी बटालियन में गए थे। कमल की तीन माह बाद अक्तूबर में शादी होनी थी। माता-पिता बेटे के सिर पर सेहरा भी नहीं सजा सके। शहीद कमलदेव अपने पीछे माता-पिता, बड़ा भाई और दो बहनें छोड़ गए हैं।
PM Modi in Harda: ‘जो काम हुआ है ये अभी…
5 hours ago