Ram Navami In Ayodhya : श्री राम के जन्मोत्सव के लिए सज धज कर तैयार है अयोध्या, सूर्य की किरणों से होगा रामलला का अभिषेक
Ram Navami In Ayodhya : लंबे समय और इंतजार के बाद जब रामलला अपनी जन्मभूमि पर अपने जन्मदिन पर बधाई गीत सुनेंगे
Ram Navami In Ayodhya
अयोध्या : Ram Navami In Ayodhya : लंबे समय और इंतजार के बाद जब रामलला अपनी जन्मभूमि पर अपने जन्मदिन पर बधाई गीत सुनेंगे और सूर्य की किरणें उनका अभिषेक करेंगी तो सोचिए कैसा दृश्य होगा। किस तरह उनका मंदिर सजाया जाएगा, वह कौन से वस्त्र पहनेंगे और भोग राग आरती के साथ उसे समय क्या कुछ आकर्षण का केंद्र होगा। आज हम यह सब आपको बताने जा रहे हैं। तो चलिए हम आपको बताते हैं राम की नगरी अयोध्या में चल रही तैयारियो के बारे में।
रामलला पहनेंगे विशेष डिजाइनर वस्त्र
Ram Navami In Ayodhya : अपने जन्मदिन पर रामलला चांदी और सोने के तारों से बुना विशेष डिजाइनर वस्त्र पहनेंगे। इसे दिल्ली से विमान के जरिए लाया जाएगा। इसी तरह उनके श्रृंगार में और मंदिर को सजाने के लिए खास तरह के पुष्प दिल्ली और कर्नाटक से लाए जाएंगे। इन फूलों की खास बात यह है कि यह एक सप्ताह तक मुरझाते नहीं है। बधाई गीत गाए जाएंगे, वेदों और पुराणों का पाठ होगा, भोग के लिए 56 प्रकार के विशेष पकवान बनाए जाएंगे, यानि हर्ष उल्लास का ऐसा वातावरण होगा जो जन्मोत्सव से 2 दिन पहले ही शुरू हो जाएगा। उस समय श्री राम जन्मभूमि मंदिर ही नहीं बल्कि पूरी अयोध्या रामलला के जन्मदिन पर सज धज कर उनका अभिनंदन कर रही होगी। यहां तक कि भगवान सूर्य भी उनका अपनी किरणों के द्वारा हाथ पसार कर उनका अभिषेक करते दिखाई देंगे।
12 बजे हटेगा गर्भ गृह का पर्दा
Ram Navami In Ayodhya : जन्मदिन के उत्साह में डूबे राम भक्त जब 12:00 बजे गर्भ गृह का पर्दा हटाने के बाद उनका दर्शन करेंगे तो वह समय अद्भुत होगा। आपको यह तो पता होगा कि इस समय सूर्य की किरणें उनके ललाट पर पड़ेगी और खुद सूर्य देवता उनका अभिषेक करेंगे लेकिन हम आपको बताते हैं कि भगवान सूर्य से श्री राम का रिश्ता क्या है और सूर्य अभिषेक के मायने क्या है। गोस्वामी तुलसीदास ने इसका बड़ा मार्मिक वर्णन किया है। सूर्यवंश में श्री राम प्रकट हुए हैं तब भगवान सूर्य ने कहा कि मेरा मान बढ़ गया है मैं जन्मोत्सव देखूंगा। उसके बाद अब ऐसा होने वाला है जब मध्यान में रामलला की आरती हो रही होगी उसे समय उनके मस्तिष्क पर सूर्य की किरणे पड़ेगी यह वैसा ही है जैसे किसी बालक के जन्मदिन पर उसके पूर्वज उसके बड़े लोग उसके सिर पर हाथ रखकर उसकी मंगल कामना करते हैं आशीर्वाद देते है।

Facebook



