MLA Indrajeet Saroj Statement: सपा विधायक का हिन्दू-देवताओं पर विवादित टिप्पणी.. अखिलेश यादव ने झाड़ लिया पल्ला, बोले, ”नहीं सुना बयान’..

माहौल खराब करने वाले बयानों के बीच समाजवादी पार्टी नेतृत्व ने इन बयानों से दूरी बनाते हुए प्रगतिशील मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने का संदेश दिया है।

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  • Publish Date - April 15, 2025 / 07:20 PM IST,
    Updated On - April 15, 2025 / 07:25 PM IST

SP MLA Indrajeet Saroj Statement on Hindu deities || Image- Samajwadi Party File

HIGHLIGHTS
  • अखिलेश यादव ने विवादित बयानों से दूरी बनाकर प्रगतिशील राजनीति पर दिया ज़ोर।
  • इंद्रजीत सरोज ने देवी-देवताओं की शक्ति पर ऐतिहासिक संदर्भ में उठाए सवाल।
  • रामजी लाल सुमन के राणा सांगा पर बयान से क्षत्रिय समाज में गहरा आक्रोश।

SP MLA Indrajeet Saroj Statement on Hindu deities: आजमगढ़ : समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को पार्टी विधायक इंद्रजीत सरोज और नेता रामजी लाल सुमन के विवादित बयानों से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि वह इस तरह के बयानों के पक्ष में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि अगर इतिहास की चर्चा समाज को सकारात्मक दिशा नहीं दे सकती, तो उसे छोड़ देना बेहतर है।

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अखिलेश यादव ने कहा, “मैंने इंद्रजीत सरोज और रामजी लाल सुमन का बयान नहीं सुना है, लेकिन मैं पार्टी में यह बात ज़रूर कहूंगा कि इतिहास से जुड़े किसी मुद्दे को उठाने से बचना चाहिए। अगर इतिहास हमें कोई सकारात्मक दिशा नहीं दे सकता, तो उस पर चर्चा नहीं होनी चाहिए। समाजवादियों ने हमेशा प्रगतिशील बातों पर ज़ोर दिया है।”

क्या था इंद्रजीत सरोज का विवादित बयान?

SP MLA Indrajeet Saroj Statement on Hindu deities: बता दें कि, सपा विधायक इंद्रजीत सरोज ने ऐतिहासिक मुस्लिम आक्रमणकारियों के संदर्भ में भारत के देवी-देवताओं की शक्ति पर सवाल खड़ा किया था। उन्होंने कहा था, “अगर हमारे देवी-देवता शक्तिशाली होते, तो मोहम्मद बिन कासिम, मोहम्मद गौरी और गजनवी जैसे लुटेरे भारत में घुस नहीं पाते। उन्हें श्राप देना चाहिए था ताकि वे राख हो जाते।” सरोज ने दोहराया कि मंदिरों में अगर शक्ति होती, तो देश को लूटने वाले आक्रमणकारी सफल नहीं हो पाते।

राणा सांगा पर भी हुआ विवाद

इससे पहले समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन ने राणा सांगा को लेकर दिए गए बयान में उन्हें “देशद्रोही” कहा था। उन्होंने कहा था कि राणा सांगा ने इब्राहिम लोदी को हराने के लिए बाबर को भारत बुलाया, जो देश के खिलाफ था।

SP MLA Indrajeet Saroj Statement on Hindu deities: इस बयान के विरोध में क्षत्रिय समुदाय उबल पड़ा था। 26 मार्च को आगरा में सांसद सुमन के आवास के बाहर प्रदर्शन के दौरान हिंसा भी हुई थी, जिसमें पथराव और तोड़फोड़ की घटनाएं हुईं। करणी सेना ने इस बयान की कड़ी आलोचना करते हुए 13 अप्रैल को आगरा में ‘रक्त स्वाभिमान सम्मेलन’ का आयोजन किया। सम्मेलन में राणा सांगा की वीरता और देशभक्ति को याद किया गया।

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बहरहाल माहौल खराब करने वाले बयानों के बीच समाजवादी पार्टी नेतृत्व ने इन बयानों से दूरी बनाते हुए प्रगतिशील मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने का संदेश दिया है।

1. अखिलेश यादव ने पार्टी नेताओं के विवादित बयानों पर क्या प्रतिक्रिया दी?

उत्तर: अखिलेश यादव ने कहा कि उन्होंने इंद्रजीत सरोज और रामजी लाल सुमन का बयान नहीं सुना है, लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि पार्टी में ऐतिहासिक मुद्दों पर बयानबाज़ी से बचा जाना चाहिए। उन्होंने जोर दिया कि समाजवादी पार्टी का फोकस प्रगतिशील मुद्दों पर होना चाहिए।

2. इंद्रजीत सरोज ने देवी-देवताओं को लेकर क्या कहा था?

उत्तर: इंद्रजीत सरोज ने कहा था कि यदि भारत के देवी-देवता शक्तिशाली होते, तो मोहम्मद बिन कासिम, गजनवी और मोहम्मद गौरी जैसे आक्रमणकारी देश में प्रवेश नहीं कर पाते। उन्होंने यह भी कहा कि देवी-देवताओं को आक्रमणकारियों को श्राप देना चाहिए था जिससे वे नष्ट हो जाते।

3. रामजी लाल सुमन ने राणा सांगा को लेकर क्या बयान दिया और उस पर क्या प्रतिक्रिया हुई?

उत्तर: रामजी लाल सुमन ने राणा सांगा को "देशद्रोही" बताया था, यह कहते हुए कि उन्होंने इब्राहिम लोदी को हराने के लिए बाबर को भारत बुलाया। इस बयान के विरोध में क्षत्रिय समुदाय और करणी सेना ने विरोध प्रदर्शन किया और ‘रक्त स्वाभिमान सम्मेलन’ आयोजित किया।