बीडीए ने सांप्रदायिक झड़प मामले के आरोपी नफीस के स्वामित्व वाला बारात घर ध्वस्त किया

बीडीए ने सांप्रदायिक झड़प मामले के आरोपी नफीस के स्वामित्व वाला बारात घर ध्वस्त किया

बीडीए ने सांप्रदायिक झड़प मामले के आरोपी नफीस के स्वामित्व वाला बारात घर ध्वस्त किया
Modified Date: October 5, 2025 / 08:19 pm IST
Published Date: October 5, 2025 8:19 pm IST

बरेली (उप्र), पांच अक्टूबर (भाषा) बरेली में हालिया सांप्रदायिक झड़प मामले में गिरफ्तार इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खान के करीबी सहयोगी डॉ. नफीस के स्वामित्व वाले एक बारात घर को बुलडोजर चलाकर पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

इस बारात घर के कुछ हिस्सों को पहले ही ढहा दिया गया था। रविवार को बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच, बाकी बचे ढांचे को भी गिरा दिया। सांप्रदायिक झड़प मामले में डॉ नफीस भी आरोपी है।

अधिकारियों ने बताया कि दो दिन के ध्वस्तीकरण अभियान के बाद बारात घर ‘‘रजा पैलेस’’ का अब कोई भी निशान नहीं बचा। यह बारात घर वक्फ की जमीन पर अवैध रूप से बनाया गया था।

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बीडीए के उपाध्यक्ष मणिकंदन ए. ने बताया कि शनिवार को लगभग 70 प्रतिशत ढांचा गिरा दिया गया था और शेष हिस्से को रविवार को दो बुलडोजरों और मजदूरों की सहायता से ध्वस्त कर दिया गया।

उन्होंने कहा, ‘‘ध्वस्तीकरण की कार्रवाई पूरी तरह से निर्धारित प्रक्रिया के तहत की गई। 500 वर्ग मीटर की संपत्ति को पूरी तरह खाली करा लिया गया है।’’

बरेली में ‘‘आई लव मोहम्मद’’ अभियान से जुड़ी हिंसा के मामले में मौलाना तौकीर रज़ा के साथ जेल में बंद डॉ. नफीस अब जमीन के अवैध कब्जे और अन्य मामलों में भी कार्रवाई का सामना कर रहा है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. विश्राम सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने नफीस के खिलाफ फर्जी डिग्री के आधार पर चिकित्सा पद्धति अपनाने के आरोप में कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।

उन्होंने कहा, ‘‘धोखाधड़ी और अवैध चिकित्सा अभ्यास से संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए जल्द ही पुलिस को लिखित तहरीर दी जाएगी।’’

स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के मुताबिक, नफीस ने कभी मेडिकल की पढ़ाई नहीं की और उसका किसी मेडिकल काउंसिल में पंजीकरण भी नहीं है। वह बरेली के कुतुबखाना क्षेत्र में एक ऑप्टिकल और क्लिनिक संचालित कर रहा था, जिसे शनिवार को सील कर दिया गया।

एक अधिकारी ने बताया, ‘‘नफीस ने मौलाना तौकीर रजा से अपनी निकटता का दावा कर, प्रभाव का दुरुपयोग किया और लोगों को गुमराह किया।’’

इधर, 26 सितंबर की सांप्रदायिक झड़पों से जुड़े अन्य आरोपियों के खिलाफ भी प्रशासन की कार्रवाई तेज हो गई है। पुलिस ने रविवार को मौलाना तौकीर रजा के एक और करीबी सहयोगी फरहत को उसके बेटे के साथ गिरफ्तार कर लिया।

बीडीए ने शनिवार को जखीरा स्थित फरहत के आवास को सील कर दिया, और अधिकारियों ने संकेत दिया है कि पीलीभीत बाईपास के पास स्थित उसकी एक अन्य संपत्ति पर सोमवार से ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू की जा सकती है।

यह झड़पें 26 सितंबर को उस समय हुईं जब ‘आई लव मोहम्मद’ पोस्टर को लेकर प्राथमिकी दर्ज करने के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोग पुलिस से भिड़ गए। शुक्रवार की नमाज के बाद हुई इन झड़पों में कई लोग घायल हो गए थे।

अब तक इस मामले में 10 प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी हैं और मौलाना तौकीर रजा, उनके सहयोगियों और रिश्तेदारों सहित 70 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

भाषा सं आनन्द खारी

खारी


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