भाजपा नेता का विवादित बयान; मुस्लिम पुरुषों को होली पर ‘तिरपाल के हिजाब’ पहनने की सलाह दी

Controversial statement by BJP leader; भाजपा नेता का विवादित बयान; मुस्लिम पुरुषों को होली पर ‘तिरपाल के हिजाब’ पहनने की सलाह दी

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  • Publish Date - March 11, 2025 / 04:30 PM IST,
    Updated On - March 11, 2025 / 05:23 PM IST

उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष रघुराज सिंह, iamage soure: video grab

HIGHLIGHTS
  • इस साल होली का त्योहार शुक्रवार को है
  • रमजान का महीना भी चल रहा है
  • होली और जुमे की नमाज के मद्देनजर प्रशासन अलर्ट

अलीगढ़: Controversial statement by BJP leader, अलीगढ़ जिले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता ने विवादित बयान दिया कि शुक्रवार को होली मनाने के दौरान किसी भी असुविधा से बचने के लिए मुस्लिम पुरुष ‘‘तिरपाल से बने हिजाब’’ पहनकर ही निकलें। इस साल होली का त्योहार शुक्रवार को है। रमजान का महीना भी चल रहा है।

उत्तर प्रदेश के श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की उच्चस्तरीय सलाहकार समिति के अध्यक्ष एवं राज्यमंत्री के समकक्ष दर्जा प्राप्त रघुराज सिंह ने सोमवार रात संवाददाताओं से कहा, ‘‘होली और जुमे की नमाज के मद्देनजर प्रशासन अलर्ट है, लेकिन कुछ लोगों को इस पर आपत्ति है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे लोगों से मेरा अनुरोध है कि जैसे वहां की महिलाएं (मुस्लिम महिलाओं की ओर इशारा करते हुए) हिजाब पहनती हैं और मस्जिदों को तिरपाल से ढका जाता है, वैसे ही वे तिरपाल का हिजाब बनाकर आ-जा सकते हैं। इससे उन्हें कोई परेशानी नहीं होगी और वे आसानी से नमाज अदा कर सकेंगे।’’ उन्होंने कहा कि होली सनातन धर्म की आस्था का विषय है और इसमें रंग लगाने वालों को एक निश्चित सीमा के भीतर ही रंग फेंकने के लिए नहीं कहा जा सकता।

Controversial statement by BJP leader, उन्होंने कहा, ‘‘होली का पर्व सत्य युग से मनाया जाता रहा है। होली साल में एक बार आती है। इसलिए मैं कहूंगा कि जैसे मस्जिदों पर तिरपाल लगा होता है और वहां की (मुस्लिम) महिलाएं हिजाब पहनती हैं, वैसे ही उन्हें तिरपाल से हिजाब बनाना चाहिए। इससे उनकी टोपी भीगेगी नहीं। पुरुष भी तिरपाल का हिजाब पहन सकते हैं। हिंदुओं को असुविधा नहीं होनी चाहिए।’’

भाजपा नेता का यह विवादित बयान संभल में एक सर्कल अधिकारी की उस टिप्पणी के कुछ दिनों बाद आया है जिसमें सर्कल अधिकारी ने कहा था कि जो होली के रंगों से असहज महसूस करते हैं, उन्हें घर के अंदर रहना चाहिए क्योंकि यह त्योहार वर्ष में केवल एक बार आता है, जबकि जुमा की नमाज वर्ष में 52 बार होती है।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभल के पुलिस अधिकारी की टिप्पणी का समर्थन करते हुए कहा था कि अधिकारी ने भले ही एक पहलवान के तौर पर बात की हो, लेकिन अर्जुन पुरस्कार विजेता ने जो कहा वह सही था। उत्तर प्रदेश की कई मस्जिदों ने होली पर शुक्रवार की नमाज का समय बदल दिया है।

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) परिसर में राम मंदिर निर्माण के भाजपा की स्थानीय नेता रूबी आसिफ खान के प्रस्ताव पर सिंह ने कहा, ‘‘मैं इस प्रस्ताव का पुरजोर समर्थन करता हूं और इसके लिए मैं भारी योगदान देने को तैयार हूं।’’ इस बीच, जिला प्रशासन होली के त्योहार को शांतिपूर्ण तरीके से मनाने के लिए सभी एहतियाती कदम उठा रहा है।

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1. सरकार हर साल औरंगजेब की कब्र के रखरखाव पर कितना खर्च करती है?

➡ भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) द्वारा औरंगजेब की कब्र के रखरखाव पर हर साल लगभग 2 लाख रुपये खर्च किए जाते हैं। 2021-22 में 2,55,160 रुपये, और 2022-23 में 2,00,636 रुपये खर्च हुए।

2. क्या छत्रपति शिवाजी महाराज के मंदिर को भी सरकारी सहायता मिलती है?

➡ हां, लेकिन राशि बहुत कम है। शिवाजी महाराज के मंदिर के लिए सरकार सिर्फ 250 रुपये प्रति माह यानी सालाना 3,000 रुपये की सहायता देती है।

3. औरंगजेब की कब्र की देखरेख कौन करता है?

➡ औरंगजेब की कब्र भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के अधीन आती है, जो ऐतिहासिक स्मारकों के संरक्षण और रखरखाव का काम करता है।

4. क्या सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाया जा रहा है?

➡ हां, हिंदू जनजागृति संगठन और अन्य समूहों का कहना है कि सरकार औरंगजेब की कब्र पर लाखों रुपये खर्च कर रही है, जबकि शिवाजी महाराज के मंदिर के लिए बहुत कम राशि दी जा रही है।