लखनऊ, 26 दिसंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यालय में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में 27 और 28 दिसंबर को वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का दो दिवसीय सम्मेलन आयोजित किया जाएगा, जिसमें साइबर अपराध, मानव तस्करी और सोशल मीडिया से संबंधित मुद्दों समेत विभिन्न चुनौतियों पर चर्चा होगी। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कृष्णा ने पत्रकारों से कहा, ‘सम्मेलन का उद्देश्य जन-केंद्रित पुलिस व्यवस्था को और मजबूत बनाना, प्रौद्योगिकी-आधारित आधुनिक पुलिस प्रणाली विकसित करना और अपराध एवं अपराधियों के खिलाफ प्रभावी व त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करना है।’
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दोनों दिन सम्मेलन में उपस्थित रहेंगे।
उन्होंने कहा कि कुल 11 विषयगत सत्रों की योजना बनाई गई है, जिनमें 11 वरिष्ठ नोडल आईपीएस अधिकारियों के साथ-साथ 45 अन्य पुलिस अधिकारी प्रस्तुतियां देंगे।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक सत्र में उत्तर प्रदेश में पुलिस व्यवस्था के भविष्य को आकार देने वाले एक प्रमुख क्षेत्र पर चर्चा की जाएगी, जिसमें पुलिस थाना प्रबंधन, महिला एवं बाल सुरक्षा, भीड़ एवं आपदा प्रबंधन, न्याय वितरण प्रणाली में प्रौद्योगिकी और फोरेंसिक विज्ञान का एकीकरण, संगठित अपराध, साइबर अपराध और खुफिया जानकारी से संबंधित उभरती चुनौतियां शामिल हैं।
डीजीपी ने बताया कि 27 दिसंबर को बीट पुलिसिंग, महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध और मानव तस्करी, तथा पुलिस थाना प्रबंधन और उन्नयन पर प्रस्तुतियां दी जाएंगी।
उन्होंने का कि उसी दिन दोपहर के सत्र में साइबर अपराध, मानव संसाधन विकास, कल्याण, पुलिस व्यवहार और प्रशिक्षण, अभियोजन और कारागार, तथा सीसीटीएनएस 2.0, न्याय संहिता और फोरेंसिक पर चर्चा होगी।
उन्होंने बताया कि 28 दिसंबर के सत्र में आपदा प्रबंधन, नागरिक सुरक्षा और होमगार्ड, बड़ी भीड़ प्रबंधन, खुफिया जानकारी और उभरती चुनौतियाँ जैसे सोशल मीडिया, गैर सरकारी संगठन और नेपाल सीमा, तथा आतंकवाद विरोधी अभियान, मादक पदार्थ, पशु चोरी और अन्य संगठित अपराध शामिल होंगे।
डीजीपी ने बताया कि दोपहर में एक अतिरिक्त सत्र पुलिसिंग में सर्वोत्तम प्रथाओं और नवाचारों के लिए समर्पित होगा।
भाषा चंदन आनन्द जोहेब
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