स्नान पर्वों और मेलों की तैयारियों का आधार बने ‘स्वच्छता, सुरक्षा और सतर्कता’: योगी आदित्यनाथ

स्नान पर्वों और मेलों की तैयारियों का आधार बने ‘स्वच्छता, सुरक्षा और सतर्कता’: योगी आदित्यनाथ

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  • Publish Date - November 3, 2025 / 11:47 PM IST,
    Updated On - November 3, 2025 / 11:47 PM IST

लखनऊ, तीन नवंबर (भाषा) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को निर्देश दिए कि आगामी पर्व-त्योहारों और मेलों के अवसर पर प्रदेश में ‘स्वच्छता, सुरक्षा और सतर्कता’ सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि यह केवल प्रशासनिक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि सेवा और संवेदना का कार्य है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक श्रद्धालु की सुविधा, सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करना हर अधिकारी का दायित्व है। उन्होंने भीड़ प्रबंधन और यातायात व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए और कहा कि स्नान घाटों, मेलों और भीड़भाड़ वाले स्थलों पर किसी भी अराजक या अवांछनीय तत्व की उपस्थिति न हो।

पुलिस और स्थानीय प्रशासन को यह सुनिश्चित करना होगा कि माहौल शांतिपूर्ण, सुरक्षित और श्रद्धाभाव से परिपूर्ण रहे।

मुख्यमंत्री देर रात वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रदेश की कानून-व्यवस्था, सीएम हेल्पलाइन, त्योहारों की तैयारियों, धान खरीद और स्वास्थ्य सेवाओं सहित विभिन्न विषयों की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में सभी मंडलायुक्त, जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और शासन स्तर के अधिकारी उपस्थित रहे।

बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कार्तिक पूर्णिमा, देव दीपावली, गुरु नानक जयंती, ददरी मेला (बलिया) और गढ़मुक्तेश्वर मेला (हापुड़) जैसे आयोजनों की तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने कहा कि पर्व-त्योहारों पर लाखों श्रद्धालु घाटों और मेलों में पहुंचते हैं, इसलिए भीड़ प्रबंधन, स्वच्छता और सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह चाक-चौबंद होनी चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार्य नहीं होगी। उन्होंने निर्देश दिए कि घाटों पर पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था, सीसीटीवी कैमरे, स्वास्थ्य उपकेंद्र, शौचालय, खोया-पाया केंद्र और कपड़े बदलने के लिए कक्ष जैसी सुविधाएं पहले से सुनिश्चित की जाएं।

उन्होंने कहा कि नदियों का जलस्तर अधिक है और प्रवाह तेज है, इसलिए स्नान घाटों पर अतिरिक्त सतर्कता बरती जाए। मुख्यमंत्री ने राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की सक्रिय तैनाती के निर्देश दिए और कहा कि बिना ‘लाइफ जैकेट’ के किसी भी नाविक या पर्यटक को बोटिंग की अनुमति न दी जाए।

भाषा जफर खारी

खारी