Drugs inspector Nidhi Pandey Viral Video : ‘बनियागिरी मत कर, बारगेन नहीं चलेगा’, ड्रग्स इंस्पेक्टर का रिश्वत मांगते हुए वीडियो वायरल, प्रशासन ने लिया बड़ा एक्शन
Drugs inspector Nidhi Pandey Viral Video : शामली जिले में भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरी औषधि निरीक्षक के खिलाफ शासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया है।
Drugs inspector Nidhi Pandey Viral Video / Image Credit : Sachin Gupta X handle
शामली : Drugs inspector Nidhi Pandey Viral Video : उत्तर प्रदेश के शामली जिले में भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरी औषधि निरीक्षक के खिलाफ शासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया है। रिश्वत प्रकरण, व्यापारियों को व्यापार बंद कराने की धमकी देने के प्रकरण में डीएम ने डीआइ के विरूद्ध शासन को रिपोर्ट भेजी थी। शासन ने डीआइ निधि पांडेय को निलंबित कर दिया है और उन्हें लखनऊ मुख्यालय अटैच किया गया है। औषधि निरीक्षक निधि पांडेय का रिश्वत मांगते हुए वीडियो
यह भी पढ़ें : ऐसा काम करती दिखी एडल्ट स्टार, सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही तस्वीरें
निधि पांडेय को शामली में 3 साल पहले मिली थी तैनाती
Drugs inspector Nidhi Pandey Viral Video : शामली की औषधि निरीक्षक निधि पांडेय की तैनाती करीब तीन साल पहले शामली जनपद में की गई थी। पहली पोस्टिंग होने के बावजूद औषधि निरीक्षक शुरू से ही विवादों के घेरे में रही हैं। चार दिन पहले औषधि निरीक्षक का मेडिकल स्टोर संचालक की दुकान पर निरीक्षण करने का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ। इसमें वे दुकान संचालक के धमकी भरी भाषण का प्रयोग करते हुए मोलभाव करती दिख रही थी। वहीं रुपए न देने पर व्यापार भी बंद कराने की धमकी के प्रकरण सामने आए।
ये निधि पांडे हैं। शामली, उत्तर प्रदेश में ड्रग इंस्पेक्टर। इन्होंने एक मेडिकल स्टोर पर छापा मारा। OK रिपोर्ट लगाने के नाम पर रिश्वत मांगी। इसकी Video बन गई। अब मैडम जी सस्पेंड हो गई हैं। मैडम जी की ये पहली पोस्टिंग थी। pic.twitter.com/otjRH0O7St
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) December 31, 2024
डीएम अरविंद कुमार चौहान ने की थी जांच
Drugs inspector Nidhi Pandey Viral Video : डीएम अरविंद कुमार चौहान ने एडीएम न्यायिक को जांच सौंपी थी। हालांकि इससे पहले ही डीएम ने प्रकरण मिलते ही गत 17 सितंबर को निधि पांडेय को रिश्वत प्रकरण में दोषी मानते हुए डीएम ने रिपोर्ट खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन अनुभाग को भेज दी थी। शासन ने 28 दिसंबर को डीआई को निलंबित कर दिया। प्रमुख सचिव पी गुरुप्रसाद ने आदेश जारी करते हुए सहायक औषधि निरीक्षक मुरादाबाद को प्रकरण की जांच के लिए जांच अधिकारी नामित किया है। वहीं निलंबन की अवधि में डीआइ को आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन लखनऊ कार्यालय में संबंद्ध कर दिया गया है।

Facebook



