निर्वाचन आयोग के कंधों पर लोकतंत्र बचाने का ‘ऐतिहासिक दायित्व’: अखिलेश

निर्वाचन आयोग के कंधों पर लोकतंत्र बचाने का 'ऐतिहासिक दायित्व': अखिलेश

निर्वाचन आयोग के कंधों पर लोकतंत्र बचाने का ‘ऐतिहासिक दायित्व’: अखिलेश
Modified Date: August 17, 2025 / 05:58 pm IST
Published Date: August 17, 2025 5:58 pm IST

लखनऊ, 17 अगस्त (भाषा) समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को कहा कि वर्तमान में लोकतंत्र को बचाने का ‘ऐतिहासिक’ दायित्व निर्वाचन आयोग के कंधों पर है और जब आयोग ‘सही रास्ते’ पर चल पड़ेगा तो करोड़ों भारतवासियों का साथ उनका रक्षा कवच बन जाएगा।

यादव ने यहां जारी एक बयान में कहा कि आयोग का एक ‘सही और साहसिक कदम’ देश की अनंत पीढ़ियों का भविष्य और कल्याण सुनिश्चित कर सकता है।

उन्होंने कहा, ”निर्वाचन आयोग को सुधार ही नहीं, आमूलचूल परिवर्तन की अपरिहार्यता है। आज लोकतंत्र को बचाने का ऐतिहासिक दायित्व उसके कंधों पर है। माना उनके ऊपर कई प्रकार के अवांछित दबाव काम कर रहे हैं लेकिन वो ये न समझे कि वो अकेले हैं।”

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यादव ने कहा, ”जब निर्वाचन आयोग सही रास्ते पर चल निकलेगा तो करोड़ों भारतवासियों का साथ उनका रक्षा कवच बन जाएगा। सत्य के मार्ग पर चलनेवालों के साथ जनता और जनविश्वास स्वयं चलने लगता है। निर्वाचन आयोग का एक सही और साहसिक कदम देश की अनंत पीढ़ियों का भविष्य और कल्याण सुनिश्चित कर सकता है। सबको अंतरात्मा की आवाज़ सुननी चाहिए।”

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ”समाजवादी पार्टी ने वोट की डकैती के 18 हजार शपथ पत्र भारत निर्वाचन आयोग को दिए लेकिन कार्रवाई सिफर रही।”

उन्होंने कहा कि गलत कार्यों और कारनामों की एक लंबी फेहरिस्त बनती जा रही है, जिनका न तो अब तक कोई जवाब आया है और “न ही हमारे दिए गए हलफनामों का” कोई उत्तर मिला है।

भाषा सलीम नोमान

नोमान


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