कुशीनगर (उप्र) पांच अगस्त (भाषा) कुशीनगर जिले के हाटा इलाके के महुई गांव में 200 साल पुराने बरगद के पेड़ को ‘विरासत वृक्ष’ का दर्जा दिलाने के लिए क्षेत्रीय विधायक ने प्रयास शुरू किया है।
वन विभाग ने पेड़ की आयु की पुष्टि करने और उसे आधिकारिक विरासत वृक्ष सूची में शामिल करने के लिए आवश्यक दस्तावेज तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
हाटा क्षेत्र के विधायक मोहन वर्मा ने कहा कि उन्हें महुई जाने के दौरान इस पेड़ के बारे में जानकारी मिली, जहां ग्रामीणों ने उन्हें बताया कि यह बरगद का पेड़ 200 से 250 साल पुराना माना जाता है।
उन्होंने कहा कि यह पेड़ सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व रखता है और लोग हर साल पूजा व धार्मिक कार्यक्रमों के लिए इसके नीचे इकट्ठा होते हैं।
विधायक ने कहा, ”बरगद के पेड़ को विरासत वृक्ष सूची में शामिल किया जाएगा।’
हाटा रेंज के वन अधिकारी अमित कुमार श्रीवास्तव ने मंगलवार को पेड़ का निरीक्षण किया और कहा कि राज्य के दिशानिर्देशों के तहत इसे विरासत वृक्ष का दर्जा दिलाने के प्रयास जारी हैं।
उन्होंने कहा, ‘उत्तर प्रदेश राज्य जैव विविधता बोर्ड इस पेड़ की आयु की पुष्टि करेगा।’
श्रीवास्तव ने कहा कि वन विभाग इस पेड़ के संरक्षण का भी दायित्व संभालेगा।
भाषा सं आनन्द
जोहेब
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