देवरिया (उप्र), 29 अक्टूबर (भाषा) अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र (आईएसएस) में कदम रखने वाले पहले भारतीय ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने कहा है कि 2040 तक चंद्रमा पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराना भारत की अंतरिक्ष नीति का महत्वपूर्ण लक्ष्य है।
एक्सिओम मिशन-4 पर इसी साल जून में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र में पहुंचे और जुलाई में पृथ्वी पर लौटे शुक्ला ने देवरिया जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर बरपार गांव में देवरिया से भारतीय जनता पार्टी के सांसद शशांक मणि त्रिपाठी द्वारा आयोजित कार्यक्रम में युवाओं से संवाद किया।
इस दौरान उन्होंने कहा कि उनकी अंतरिक्ष यात्रा का हर पल अविस्मरणीय रहा और धरती पर लौटना बेहद रोमांचकारी था।
शुक्ला ने एक सवाल पर कहा कि भारत की अंतरिक्ष नीति भविष्य में हमारे अभियानों को रेखांकित करती है।
उन्होंने कहा,‘‘मिशन गगनयान के तहत एक मानव को अंतरिक्ष में भेजना और उसे सुरक्षित वापस लाना है तथा 2040 तक चंद्रमा पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराना भारत की अंतरिक्ष नीति के प्रमुख लक्ष्य हैं।’’
शुक्ला ने कहा,‘‘मेरी भूमिका यह है कि एक्सिओम मिशन-4 के माध्यम से मैंने जो भी अनुभव और तकनीकी ज्ञान प्राप्त किया है, उसका उपयोग कर मैं आने वाली पीढ़ी को प्रेरित करूं।’’
उन्होंने युवाओं से कहा कि अंतरिक्ष यात्री बनकर प्रभावी योगदान देने के लिए जोश और इच्छा शक्ति का होना जरूरी है।
भाषा सं सलीम राजकुमार
राजकुमार