Rahul Gandhi: ‘मैं मिलूं या न मिलूं, पर परिवार को इंसाफ मिलना चाहिए’, हरिओम वाल्मीकि की फैमिली से मिले राहुल गांधी, कहा- उनके बेटे को मारा गया है

Rahul Gandhi: 'मैं मिलूं या न मिलूं, पर परिवार को इंसाफ मिलना चाहिए', हरिओम वाल्मीकि की फैमिली से मिले राहुल गांधी, कहा- उनके बेटे को मारा गया है

Rahul Gandhi: ‘मैं मिलूं या न मिलूं, पर परिवार को इंसाफ मिलना चाहिए’, हरिओम वाल्मीकि की फैमिली से मिले राहुल गांधी, कहा- उनके बेटे को मारा गया है

Rahul Gandhi Visits Fatehpur/Image Source: ANI

Modified Date: October 17, 2025 / 10:35 am IST
Published Date: October 17, 2025 10:29 am IST
HIGHLIGHTS
  • लित युवक हरिओम वाल्मीकि के परिवार से मिलने पहुंचे राहुल गांधी
  • चोरी के शक में हरिओम की हुई थी हत्या
  • राहुल गांधी ने कहा- परिवार के लोगों ने न्याय की मांग की है

फतेहपुर: Fatehpur Dalit Youth Murder: चोरी के शक में मारे गए दलित युवक हरिओम वाल्मीकि के परिवार से मिलने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी शुक्रवार को फतेहपुर पहुंचे। प्रशासनिक अड़चनों के चलते पहले उन्हें परिवार से मिलने से रोका गया लेकिन बाद में बातचीत के बाद प्रशासन ने उन्हें मुलाकात की अनुमति दे दी। Rahul Gandhi

Rahul Gandhi: राहुल गांधी ने हरिओम के परिवार से लगभग आधे घंटे तक बातचीत की। मुलाकात के बाद उन्होंने मीडिया से कहा कि यह जरूरी नहीं है कि मुझसे मिले या न मिले असली मुद्दा यह है कि उनके बेटे को मारा गया है और अपराधी कोई और हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से मांग की कि परिवार को न्याय मिलना चाहिए।

Rahul Gandhi: राहुल गांधी के पहुंचने से पहले परिजनों ने कहा था कि वे सरकार से संतुष्ट हैं और किसी तरह की राजनीति नहीं चाहते हैं। इसके बावजूद राहुल गांधी काफी देर तक हरिओम के घर के बाहर मौजूद रहे। कांग्रेस कार्यकर्ता भी मौके पर जमा हो गए और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। कांग्रेस नेताओं ने प्रशासन पर राहुल गांधी को परिवार से मिलने से रोकने के आरोप लगाए। हालांकि बाद में प्रशासन ने अनुमति दी और राहुल गांधी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की।

यह भी पढ़ें

 


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

टिकेश वर्मा- जमीनी पत्रकारिता का भरोसेमंद चेहरा... टिकेश वर्मा यानी अनुभवी और समर्पित पत्रकार.. जिनके पास मीडिया इंडस्ट्री में 12 वर्षों से अधिक का व्यापक अनुभव हैं। राजनीति, जनसरोकार और आम लोगों से जुड़े मुद्दों पर बेबाकी से सरकार से सवाल पूछता हूं। पेशेवर पत्रकारिता के अलावा फिल्में देखना, क्रिकेट खेलना और किताबें पढ़ना मुझे बेहद पसंद है। सादा जीवन, उच्च विचार के मानकों पर खरा उतरते हुए अब आपकी बात प्राथिकता के साथ रखेंगे.. क्योंकि सवाल आपका है।