लखनऊ, 24 दिसंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को राज्य विधानसभा में कहा कि चेहरा देखकर योजनाओं का लाभ देना उनके लिए ‘पाप’ है और उनकी सरकार ने शासकीय योजनाओं का लाभ देने में कभी कोई भेदभाव नहीं किया है।
आदित्यनाथ ने विधानसभा में अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) या उसके सहयोगी दलों का एक भी विधायक चेहरा देखकर योजनाओं का लाभ नहीं देता।
उन्होंने विपक्ष से मुखातिब होते हुए कहा, “मैं पूछना चाहता हूं कि क्या सरकारी योजना के तहत मकान देने में कोई भेदभाव किया गया? क्या राशन देने में कोई भेदभाव हुआ है? चेहरा देखकर योजनाओं का लाभ देना हमारे लिए पाप है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार उत्तर प्रदेश की 25 करोड़ आबादी के कल्याण और सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है तथा हर व्यक्ति को बिना किसी भेदभाव के योजनाओं का लाभ दिया जाएगा।
उन्होंने सत्ता पक्ष में बैठे सदस्यों से पूछा, “क्या आप लोग कभी ऐसी कोई रोक-टोक करते हैं?” और कहा कि सत्तापक्ष के सदस्य रोक भी नहीं सकते, क्योंकि लाभार्थियों की सूची उन्होंने नहीं बनाई है।
आदित्यनाथ ने कहा कि वर्ष 2011-12 में बनी सूची के आधार पर योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है और इसके साथ ही उन गरीबों के नाम भी जोड़े गए हैं, जिन्हें समाजवादी पार्टी (सपा) के शासनकाल में भेदभाव का शिकार बनाया गया था।
मुख्यमंत्री ने किसी का नाम लिए बिना मजाकिया लहजे में कहा, “आयुष्मान कार्ड को लेकर मुझे एक शिकायत जरूर मिलती है कि छह सदस्यों वाले परिवारों को तो आयुष्मान कार्ड मिल गया, लेकिन उससे कम सदस्यों वाले परिवार क्या करेंगे? तो मैंने कहा कि आप भी छह वाले बन जाइए।”
उन्होंने भरोसा दिलाया कि हर विधानसभा क्षेत्र में सड़क, पुल और विभिन्न मदों के लिए धन उपलब्ध कराया जाएगा। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि जितनी मांग थी, उसके अनुरूप धन शायद न दिया जा सका हो, लेकिन इसे चरणबद्ध तरीके से उपलब्ध कराया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी 403 विधानसभा क्षेत्रों में कोई भी ऐसा क्षेत्र नहीं बचेगा, जहां विकास का पैसा न पहुंचे। इसमें किसी भी सदस्य के साथ कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा।
भाषा सलीम खारी
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