chhattisgarh News: शवों को दफनाने को लेकर छत्तीसगढ़ में हिंसा! कांकेर कांड के बाद मसीह समाज ने लिया ये चौंकाने वाला फैसला, संरक्षक ने कही बड़ी बात

कांकेर जिले के आमाबेड़ा में धर्मांतरित व्यक्ति के शव को दफनाने को लेकर हुई हिंसा के बाद ईसाई समाज ने बड़ा फैसला लिया है। मसीह समाज ने स्पष्ट किया है कि भविष्य में किसी भी मृतक के शव को दफनाने के बजाय प्रशासन को सौंपा जाएगा, ताकि किसी तरह का विवाद न हो।

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  • Publish Date - December 24, 2025 / 05:32 PM IST,
    Updated On - December 24, 2025 / 05:32 PM IST

chhattisgarh News / Image Source : IBC24

HIGHLIGHTS
  • कांकेर के आमाबेड़ा में शव दफनाने को लेकर हुआ था हिंसक विवाद।
  • ईसाई समाज ने भविष्य में शव प्रशासन को सौंपने का फैसला लिया।
  • झड़प में ग्रामीणों के साथ पुलिसकर्मी भी हुए घायल।

chhattisgarh News:  कांकेर: छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के आमाबेड़ा में धर्मांतरित व्यक्ति के शव को दफनाने को लेकर हुई हिंसा के बाद अब ईसाई समाज ने एक बड़ा फैसला लिया है। मसीह समाज के संरक्षक डॉ. प्रदीप क्लाडिस ने कहा कि अब आगे से मृत व्यक्ति के शव को नहीं दफनाया जाएगा, बल्कि प्रशासन को सौंपा जाएगा। उन्होंने बयान देते हुए बताया कि मसीह समाज किसी भी तरह का विवाद नहीं चाहता है।

क्या है पूरा मामला ?

chhattisgarh News:  बता दें कि कांकेर जिले के आमाबेड़ा क्षेत्र के बड़े तेवड़ा गांव के सरपंच रजमन सलाम के पिता की मृत्यु के बाद उनका शव गांव में ही दफना दिया गया। सरपंच के परिवार ने धर्म परिवर्तन किया था, जिससे ग्रामीण आक्रोशित थे। पिछले दो दिनों से ग्रामीण शव को कब्र से बाहर निकालने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। यह प्रदर्शन मंगलवार (16 दिसंबर) को हिंसक हो गया, जब ग्रामीण शव को कब्र से बाहर निकालने पहुंचे और उनकी ईसाई समुदाय के लोगों से झड़प हो गई। जिसमें कई लोग घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए आमाबेड़ा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। झड़प में कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं।

धर्मांतरण को लेकर आज छत्तीसगढ़ बंद

chhattisgarh News:  धर्मांतरण और कांकेर में हुई हिंसा के विरोध में हिंदू संगठनों ने आज छत्तीसगढ़ बंद बुलाया था। हिंदू संगठनों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया, जिसके चलते कई इलाकों में दुकानें बंद रहीं। राजधानी रायपुर में हिंदू संगठन के कार्यकर्ता लाठी-डंडा लेकर निकले और बाजार बंद कराने पहुंचे। इस दौरान शहर के अलग-अलग हिस्सों में प्रतिष्ठान बंद कराए गए। बता दें कि बीतें दिनों कांकेर के आमाबेड़ा इलाके में धर्मांतरित व्यक्ति के शव को दफनाने को लेकर हिंसा हुई थी।

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कांकेर के आमाबेड़ा में हिंसा क्यों हुई?

शव को गांव में दफनाने को लेकर ग्रामीणों और ईसाई समुदाय के बीच विवाद हुआ, जो हिंसक झड़प में बदल गया।

ईसाई समाज ने क्या फैसला लिया है?

ईसाई समाज ने तय किया है कि आगे से किसी भी मृतक के शव को दफनाने के बजाय प्रशासन को सौंपा जाएगा।

क्या इस घटना के बाद कोई आंदोलन हुआ?

हां, धर्मांतरण और हिंसा के विरोध में हिंदू संगठनों ने छत्तीसगढ़ बंद का आह्वान किया।