Short Height Couple Wedding: It is not the height, but the heart

Short Height Couple Wedding: कद नहीं, दिल बड़ा होना चाहिए…. तीन फीट का दूल्हा, ढाई फीट की दुल्हन, सामूहिक विवाह में अनोखी जोड़ी ने लिए सात फेरे

कद नहीं, दिल बड़ा होना चाहिए.... तीन फीट का दूल्हा...Short Height Couple Wedding: It is not the height, but the heart should be big

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Modified Date: May 22, 2025 / 09:00 PM IST
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Published Date: May 22, 2025 8:59 pm IST

कौशांबी: Short Height Couple Wedding: उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह की एक अनोखी और दिल को छू लेने वाली शादी का गवाह बना हैं। जहां तीन फीट के दूल्हे और ढाई फीट की दुल्हन जब मंच पर सात फेरे लेने पहुंचे तो वहां मौजूद सबकी नजरें इस जोड़ी पर टीकी रह गई । इस जोड़ी ने न केवल सात फेरे लिए बल्कि समाज को यह संदेश भी दे दिया कि प्यार कोई कद नहीं देखता।

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Short Height Couple Wedding: यह सामूहिक विवाह का भव्य आयोजन कौशांबी के भरवारी स्थित भवंस मेहता महाविद्यालय परिसर में विधिविधान से संपन्न हुआ जहां मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में 321 जोड़ों ने धूमधाम से शादी की। कार्यक्रम की समुचित तैयारी जिला प्रशासन द्वारा की गई थी। इस विशेष शादी में दूल्हा जितेंद्र कुमार पटेल जो प्रतापगढ़ जिले के कुंडा क्षेत्र के माझिल गांव के निवासी हैं और वर्तमान में मुंबई में फल व्यवसाय करते हैं अपनी जीवनसंगिनी हीरामणि पटेल के साथ परिणय सूत्र में बंधे। हीरामणि कौशांबी जिले के भरवारी की रहने वाली हैं।

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Short Height Couple Wedding: दूल्हे के भाई राजेन्द्र कुमार ने बताया कि जितेंद्र भाई सुबह ही मुंबई से फ्लाइट लेकर कौशांबी पहुंचे और सीधा विवाह स्थल पर आकर विवाह की रस्में निभाईं। दोनों ने पूरी परंपरागत रीति-रिवाज के साथ सात फेरे लिए। शादी समारोह में यह जोड़ा आकर्षण का केंद्र रहा। लोग इस अनोखी जोड़ी के साथ फोटो खिंचवाने के लिए उमड़ पड़े और कार्यक्रम के बाद इनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं।

"मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना" क्या है?

मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना उत्तर प्रदेश सरकार की एक सामाजिक पहल है, जिसके तहत आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के जोड़ों का नि:शुल्क सामूहिक विवाह कराया जाता है। इसमें जोड़ों को उपहार स्वरूप कुछ धनराशि और आवश्यक घरेलू सामान भी दिया जाता है।

"मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना" में आवेदन कैसे करें?

इच्छुक जोड़े या उनके परिजन अपने जिले के समाज कल्याण विभाग कार्यालय में जाकर या ऑनलाइन पोर्टल (https://shadianudan.upsdc.gov.in) के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए आय प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र और विवाह के लिए सहमति पत्र जरूरी होता है।

इस योजना के तहत क्या-क्या सुविधाएं मिलती हैं?

"मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना" के अंतर्गत प्रति जोड़े को ₹51,000 की सहायता राशि मिलती है, जिसमें ₹35,000 बैंक खाते में हस्तांतरित किए जाते हैं और शेष राशि उपहार सामग्रियों जैसे बर्तन, कपड़े, गहने आदि के रूप में दी जाती है।

कौशांबी की अनोखी शादी इस योजना से कैसे जुड़ी है?

कौशांबी में हुए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम में 321 जोड़े विवाह के बंधन में बंधे, जिनमें से एक अनोखी जोड़ी (तीन फीट के दूल्हे और ढाई फीट की दुल्हन) भी शामिल थी। इस जोड़ी ने समाज को यह संदेश दिया कि सच्चा प्यार किसी कद, रूप या शारीरिक बनावट को नहीं देखता।

"मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना" से कौन लाभ उठा सकता है?

उत्तर प्रदेश के निवासी जो बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे) परिवार से हैं, विधवा, तलाकशुदा महिलाएं, दिव्यांग या सामाजिक रूप से कमजोर वर्ग के युवक-युवती इस योजना के अंतर्गत पात्र माने जाते हैं।