‘सबसे बड़े गैर कानूनी धर्मांतरण गिरोह’ का संचालक गिरफ्तार, ट्रस्ट से मिले 57 करोड़ का नहीं दे सके हिसाब

'Largest illegal conversion gang' operator arrested: ATS claims 'सबसे बड़े गैर कानूनी धर्मांतरण गिरोह' का संचालक गिरफ्तार:एटीएस का दावा

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  • Publish Date - September 23, 2021 / 12:15 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:06 PM IST

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लखनऊ, 22 सितंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने ‘सबसे बड़े गैर कानूनी धर्मांतरण गिरोह’ संचालित करने के आरोप में मेरठ से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए समाजवादी पार्टी के संभल के सांसद शफीकुर रहमान बरक ने कहा कि भाजपा सरकार ‘मुसलमानों को निशाना बना रही है’।

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अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बुधवार को बताया कि एटीएस ने मेरठ से मौलाना कलीम सिद्दीकी को मंगलवार रात गिरफ्तार किया। उसे सबसे बड़े गैर कानूनी धर्मांतरण गिरोह संचालित करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उसे एटीएस मुख्यालय लाकर अदालत में पेश किया जाएगा।

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उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के वित्तपोषण से संचालित किए जा रहे इस्लामिक दावा सेंटर में मूक-बधिर छात्रों का अवैध रूप से धर्मांतरण कराए जाने के मामले में दिल्ली के जामिया नगर निवासी मुफ्ती काजीजी जहांगीर आलम कासमी और मोहम्मद उमर गौतम की पिछली 20 जून को हुई गिरफ्तारी के बाद एटीएस इस मामले की जांच कर रही है और अब तक 11 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

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कुमार ने दावा किया कि जांच में पता चला है कि उमर गौतम और उसके साथी को ब्रिटेन की एक संस्था अल-फला ट्रस्ट से 57 करोड़ रुपए मिले थे मगर वे उसके खर्च का विवरण नहीं दे सके। यह भी पाया गया कि कलीम सिद्दीकी अवैध धर्मांतरण गिरोह में शामिल है और विभिन्न शैक्षणिक, सामाजिक और धार्मिक संगठनों की आड़ में वह पूरे देश में अवैध रूप से धर्मांतरण का काम कर रहा है।