इन सात जिलों में मास्क लगाना अनिवार्य, कोरोना के चलते यहां राज्य सरकार ने दिए निर्देश |

इन सात जिलों में मास्क लगाना अनिवार्य, कोरोना के चलते यहां राज्य सरकार ने दिए निर्देश

उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे कुछ राज्यों में कोविड संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर राज्य की राजधानी लखनऊ समेत सात जिलों में सार्वजनिक स्थलों पर मास्क लगाने को फिर से अनिवार्य कर दिया गया है। Masking at public places becomes mandatory again in seven districts, including Lucknow

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:28 PM IST, Published Date : April 18, 2022/3:09 pm IST

लखनऊ, 18 अप्रैल । उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे कुछ राज्यों में कोविड संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर राज्य की राजधानी लखनऊ समेत सात जिलों में सार्वजनिक स्थलों पर मास्क लगाने को फिर से अनिवार्य कर दिया गया है।

राज्य सरकार के एक प्रवक्ता के मुताबिक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में कहा कि प्रदेश की सीमा से लगे कुछ राज्यों में कोविड संक्रमण के मामलों में वृद्धि देखने को मिल रही है।

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उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के जिलों में इसके प्रभाव के मद्देनजर गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ, बुलंदशहर और बागपत के साथ-साथ राजधानी लखनऊ में भी सार्वजनिक स्थानों पर मास्क लगाने को अनिवार्य कर दिया गया है। सरकार ने कोविड-19 के मामलों में खासी गिरावट होने के मद्देनजर इस महीने के शुरू में मास्क लगाने से छूट दे दी थी।

ज्ञातव्य है कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के जिलों में कोविड-19 संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में गौतमबुद्ध नगर में कोविड के 65 और गाजियाबाद में 20 नये मरीज मिले हैं। इसके अलावा राजधानी लखनऊ में भी 10 नये मरीज पाए गए हैं।

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मुख्यमंत्री ने यह भी आदेश दिये “ एनसीआर के जनपदों में कोविड रोधी टीकाकरण से छूटे लोगों को चिन्हित कर उन्हें टीका लगाया जाए। लक्षणयुक्त लोगों की जांच कराई जाए।”मुख्यमंत्री ने कहा कि एनसीआर में कोविड संक्रमित पाए गए मरीजों के नमूनों की जीनोम सीक्वेंसिंग के दौरान कोविड के ओमीक्रोन स्वरूप की ही पुष्टि हुई है।

उन्होंने कहा, “विशेषज्ञों के अनुसार, संभव है कि संक्रमण के मामलों में इजाफा हो लेकिन अस्पताल में भर्ती होने अथवा मरीज के अति गंभीर होने की स्थिति नहीं होगी। फिर भी लोगों को कोविड प्रोटोकॉल के अनुपालन के लिए जागरूक किया जाए।”