मुत्तकी के कार्यक्रम से महिला पत्रकारों को दूर रखने के निर्देश नहीं दिए गए थे : दारुल उलूम देवबंद

मुत्तकी के कार्यक्रम से महिला पत्रकारों को दूर रखने के निर्देश नहीं दिए गए थे : दारुल उलूम देवबंद

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  • Publish Date - October 11, 2025 / 09:21 PM IST,
    Updated On - October 11, 2025 / 09:21 PM IST

लखनऊ/सहारनपुर, 11 अक्टूबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के दारुल उलूम देवबंद ने कहा कि अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी की शनिवार को देवबंद यात्रा की कवरेज से महिला पत्रकारों को दूर रखने के कोई निर्देश नहीं दिए गए थे।

हालांकि, अफगानिस्तान के मंत्री का सार्वजनिक कार्यक्रम आखिरी समय में रद्द कर दिया गया।

मदरसे का यह स्पष्टीकरण तब आया जब सोशल मीडिया पर खबरें आईं कि मुत्तकी के दिल्ली में संवाददाता सम्मेलन को लेकर शुक्रवार को हुए हंगामे के बाद, देवबंद में अफगानिस्तान के मंत्री के कार्यक्रम से महिलाओं को फिर से दूर रखा गया।

मुत्तकी के दिल्ली में संवाददाता सम्मेलन में महिला पत्रकारों को शामिल न करने पर राजनीतिक विवाद छिड़ गया और शीर्ष विपक्षी नेताओं ने सरकार की आलोचना की।

देवबंद के जनसंपर्क अधिकारी और मुत्तकी के शनिवार के कार्यक्रम के मीडिया प्रभारी अशरफ उस्मानी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि ‘महिला पत्रकारों की कार्यक्रम में उपस्थिति के बारे में कहीं से कोई निर्देश नहीं थे। लेकिन कार्यक्रम आखिरी समय में रद्द कर दिया गया।’

उस्मानी ने कहा, ‘हालांकि भीड़भाड़ के कारण कार्यक्रम रद्द कर दिया गया था, लेकिन अफ़ग़ानिस्तान के विदेश मंत्री के कार्यक्रम में कुछ महिला पत्रकारों की मौजूदगी उन खबरों का खंडन करने के लिए पर्याप्त थी जिनमें महिला पत्रकारों को कार्यक्रम से दूर रखने की बात कही गई थी।’

उन्होंने उन समाचार चैनलों के नाम भी बताए जिनका प्रतिनिधित्व ये महिला पत्रकार कर रही थीं।

उन्होंने कहा, ‘अफ़ग़ानिस्तान के विदेश मंत्री के कार्यालय की ओर से इस बात पर कोई प्रतिबंध नहीं था कि कौन शामिल होगा।’

अफगान नेता द्वारा शुक्रवार के संवाददाता सम्मेलन में महिला पत्रकारों को शामिल न करना एक बड़ा विवाद बन गया क्योंकि वर्षों से तालिबान को महिलाओं को उनके अधिकारों से वंचित करने के लिए आलोचना का सामना करना पड़ रहा है, यहां तक कि उनकी लिखी किताबों पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।

उन्होंने आगे कहा, ‘कार्यक्रम में अपेक्षा से ज़्यादा लोग आए। इसलिए अफग़ानिस्तान के मंत्री का भाषण नहीं हो सका क्योंकि स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा चिंताओं को सार्वजनिक कार्यक्रम रद्द करने का कारण बताया।’

दारुल उलूम देवबंद में नाज़िम उस्मानी ने कहा, ‘महिला पत्रकारों को अनुमति न दिए जाने से लेकर उन्हें अलग बैठने तक की कई बातें चल रही थीं। ये सब निराधार था।’

उन्होंने कहा कि महिला पत्रकारों के लिए बैठने की व्यवस्था पुरुष पत्रकारों के समान ही थी। उन्होंने मीडिया के एक वर्ग में महिलाओं को पर्दे में बैठाए जाने की खबरों को भी खारिज कर दिया।

उस्मानी ने बताया कि कार्यक्रम स्थल पर मीडिया की अप्रत्याशित भीड़ थी, जबकि मुत्तकी अतिथि गृह में दोपहर का भोजन कर रहे थे। जैसे ही जिला प्रशासन ने घोषणा की कि भीड़भाड़ के कारण कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है, उन्होंने मुत्तकी के दिल्ली रवाना होने से पहले मीडिया को बातचीत के लिए अतिथि गृह में आमंत्रित किया।

इस बीच, इस मामले में एक सवाल के जवाब में मौलाना अरशद मदनी ने पत्रकारों से कहा, ‘यह एक संयोग था कि शुक्रवार की प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिर्फ़ पुरुष ही शामिल हुए थे। अफ़ग़ान विदेश मंत्री ने संवाददाता सम्मेलन में महिलाओं के आने से मना नहीं किया था। यह ग़लत और एक दुष्प्रचार था।’

भाषा

अरुणव मनीष आनन्द रवि कांत