बिहार के बदमाश यूपी में ढेर, पुलिस ने किया दो भाइयों का एनकाउंटर, दो दरोगा समेत 7 हत्याओं के आरोपी
रजनीश, मनीष और लल्लन 9 सितंबर 2022 को पटना की बाढ़ जिला अदालत के टॉयलेट की दीवार फांदकर फरार हो गए थे। तभी से बिहार पुलिस उनकी तलाश कर रही थी। पटना से भाग कर तीनों भाई वाराणसी में मंडुवाडीह क्षेत्र में शरण लिए हुए थे।
Police did encounter of two brothers
वाराणसी। काशी की नगरी बनारस में सोमवार की सुबह पुलिस ने एनकाउंटर में दो बदमाशों को एनकाउंटर में ढेर कर दिया। भेलखा गांव के पास रिंग रोड पर हुई इस मुठभेड़ में आमने-सामने की तकरीबन 15 राउंड से ज्यादा की फायरिंग में बिहार के रहने वाले दो सगे भाई मारे गए। वहीं एक अन्य भाई पुलिस को चकमा देकर भागने में सफल रहा।
पुलिस के अनुसार तीनों हाल ही में पटना की बाढ़ जिला अदालत के शौचालय की दीवार तोड़कर फरार हो गए थे। आरोपियों ने 2017 में दिनदहाड़े बैंक से 60 लाख रुपए लूट लिए थे। बिहार पुलिस को उनकी सरगर्मी से तलाश थी। बदमाशों की गोली से क्राइम ब्रांच का एक सिपाही भी जख्मी हुआ है।
दोनों भाइयों ने रोहनिया क्षेत्र में दरोगा को गोली मारकर सरकारी पिस्टल, कारतूस, पर्स और मोबाइल लूटे थे। दोनों के पास से दरोगा की पिस्टल, 32 बोर की देसी पिस्टल, एक बाइक, मोबाइल और कुछ कागजात बरामद हुए हैं।
Police did encounter of two brothers
शातिर हत्यारे और लुटेरे तीनों भाई
पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने बताया कि बिहार पुलिस से मिली सूचना के अनुसार, मुठभेड़ में मारे गए बदमाशों की शिनाख्त समस्तीपुर जिले के मोहद्दीनगर थाना के गोलवा निवासी सगे भाई रजनीश उर्फ बऊआ सिंह और मनीष सिंह के तौर पर हुई है। पुलिस टीम को चकमा देकर भाग निकला बदमाश उनका भाई लल्लन सिंह है। तीनों भाई शातिर हत्यारे और लुटेरे हैं।
पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने बताया कि दरोगा अजय यादव को गोली मार कर पिस्टल लूटने की घटना को अंजाम देने वाले बदमाशों की तलाश में पुलिस टीमें लगातार लगी हुई थीं। आज सुबह सर्विलांस की मदद से पता लगा कि घटना में वांछित 3 बदमाश भेलखा गांव के पास रिंग रोड से गुजर रहे हैं। इस पर कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच और बड़ागांव थाने की पुलिस टीम ने घेराबंदी कर तीनों बदमाशों को रोकने का प्रयास किया तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी।
पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दो बदमाश गंभीर रूप से घायल हुए। बदमाशों की गोली से क्राइम ब्रांच के सिपाही शिव बाबू भी घायल हुए हैं। पुलिस सभी को अस्पताल लेकर गई। अस्पताल में दोनों बदमाशों को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। अस्पताल में डॉक्टरों ने बताया कि दोनों बदमाशों के सीने पर गोली लगी थी। वहीं, सिपाही के दाएं हाथ में गोली लगी थी।

Police did encounter of two brothers
ऐसी है दोनों बदमाशों की क्राइम हिस्ट्री
मिली जानकारी के अनुसार दोनों ने करीब 11 साल पहले अपराध की दुनिया में कदम रखा था, इनके अलावा उनके दो अन्य भाई और उनका पिता भी अपराध से जुड़े है। बिहार पुलिस के अनुसार, चारों भाई कम समय में बहुत पैसे वाला अमीर बनना चाहते थे।
11 साल पहले इन लोगों पर समस्तीपुर के मोहिद्दीनगर थाने में लूट का मुकदमा दर्ज हुआ था। इसके बाद चारों एक के बाद एक वारदात को अंजाम देने लगे। हत्या और सरकारी असलहे लूटने के साथ ही बैंक से पैसा लूटते थे। चारों भाई और उनका गिरोह पूरे बिहार में कुख्यात है।
2017 में की दो गार्ड और ड्राइवर की हत्या
6 मार्च 2017 को बैंक में लूट की घटना को अंजाम देने के दौरान बैंक के गार्ड योगेश्वर पासवान, सुरेश सिंह और वाहन चालक अजीत यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने बदमाशों से 45 लाख रुपए बरामद कर लिया था। उससे पहले इन बदमाशों ने वर्ष 2016 में बिहार में दो दरोगा की हत्या और एक जमादार को गोली मारकर तीन सरकारी पिस्टल और एक रिवाल्वर लूट ली थी।
रजनीश, मनीष और लल्लन 9 सितंबर 2022 को पटना की बाढ़ जिला अदालत के टॉयलेट की दीवार फांदकर फरार हो गए थे। तभी से बिहार पुलिस उनकी तलाश कर रही थी। पटना से भाग कर तीनों भाई वाराणसी में मंडुवाडीह क्षेत्र में शरण लिए हुए थे।
read more: दीपक पारेख का जलवायु जोखिमों, हरित ऋण पर अलग क्रेडिट ब्यूरो बनाने का सुझाव
read more: छत्तीसगढ़ में इस बार सस्ता रहेगा टमाटर!, बंपर उत्पादन से किसानों को हो रहा मुनाफा

Facebook



