Pratapgarh News: पुलिस ने बरामद की इतिहास की सबसे बड़ी कैश राशि, 22 घंटे तक चलती रही गिनती, ड्रग माफिया पर कसा शिकंजा

Pratapgarh News: यह पहली कार्रवाई नहीं है। इससे पहले भी पुलिस ने राजेश और रीना मिश्रा की ₹3.06 करोड़ से अधिक की संपत्ति कुर्क की थी। उन पर पहले से गैंगेस्टर एक्ट और NDPS एक्ट के कई मामले दर्ज हैं।

Pratapgarh News: पुलिस ने बरामद की इतिहास की सबसे बड़ी कैश राशि, 22 घंटे तक चलती रही गिनती, ड्रग माफिया पर कसा शिकंजा

image source: ibc24

Modified Date: November 9, 2025 / 11:15 pm IST
Published Date: November 9, 2025 11:07 pm IST
HIGHLIGHTS
  • जेल से चल रहा था नशे का नेटवर्क
  • छापेमारी में काले पन्नों में छिपाया जा रहा था नशा
  • फर्जी दस्तावेजों से कराई गई थी जमानत
  • पहले भी कुर्क हो चुकी हैं 3 करोड़ की संपत्तियां

प्रतापगढ़: Pratapgarh news, उत्तर प्रदेश पुलिस ने ड्रग माफिया के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रतापगढ़ जिले में नशे के बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है। मानिकपुर थाना पुलिस ने इस ऑपरेशन में ₹2.01 करोड़ नकद, 6.075 किलो गांजा और 577 ग्राम स्मैक (हेरोइन) बरामद की। बरामद रकम की गिनती में पूरे 22 घंटे लगे। यह UP पुलिस के इतिहास में ड्रग केस से जुड़ी अब तक की सबसे बड़ी नकदी बरामदगी बताई जा रही है।

अतीक-अशरफ पर शिकंजा कसने वाले अफसर की अगुवाई में कार्रवाई

इस ऐतिहासिक कार्रवाई का नेतृत्व पुलिस अधीक्षक दीपक भूकर ने किया — वही अफसर जिन्होंने प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और अशरफ पर भी शिकंजा कसा था। उनके निर्देशन में टीम ने जेल में बंद तस्कर राजेश मिश्रा के ठिकाने पर छापा मारा। इस दौरान पुलिस ने गिरोह की मुखिया रीना मिश्रा, उसके बेटे विनायक मिश्रा, बेटी कोमल मिश्रा, रिश्तेदार अजीत कुमार मिश्रा और यश मिश्रा को गिरफ्तार किया।

जेल से चल रहा था नशे का नेटवर्क

Pratapgarh news जांच में खुलासा हुआ कि मुख्य आरोपी राजेश मिश्रा जेल के अंदर से ही तस्करी का नेटवर्क चला रहा था। वह फोन और मुलाकात के जरिये अपने परिवार को नशे के कारोबार के निर्देश देता था। गिरोह आसपास के कई जिलों में गांजा और स्मैक की सप्लाई करता था और अवैध कमाई से करोड़ों की संपत्ति अर्जित कर चुका था।

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छापेमारी में काले पन्नों में छिपाया जा रहा था नशा

जब पुलिस टीम मुन्दीपुर गांव स्थित राजेश मिश्रा के घर पहुंची, तो दरवाजा अंदर से बंद था। जब टीम ने दरवाजा तोड़ा, तो पांच लोग अंदर काले पन्नियों में नशे का माल छिपाने की कोशिश कर रहे थे। मौके से लाखों रुपये कैश और बड़ी मात्रा में नशा बरामद किया गया।

फर्जी दस्तावेजों से कराई गई थी जमानत

पुलिस जांच में यह बड़ा खुलासा भी हुआ कि रीना मिश्रा और उसका बेटा विनायक मिश्रा ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए राजेश मिश्रा की जमानत कराई थी। उन्होंने एक अन्य व्यक्ति के नाम से झूठे कागज अदालत में पेश कर धोखाधड़ी की। इस पर पुलिस ने BNS की धाराओं 319(2), 318(4), 338, 336(3), 340(2), 3(5), 61(2), 234, 235 के तहत मामला दर्ज किया है।

पहले भी कुर्क हो चुकी हैं 3 करोड़ की संपत्तियां

यह पहली कार्रवाई नहीं है। इससे पहले भी पुलिस ने राजेश और रीना मिश्रा की ₹3.06 करोड़ से अधिक की संपत्ति कुर्क की थी। उन पर पहले से गैंगेस्टर एक्ट और NDPS एक्ट के कई मामले दर्ज हैं।

बरामदगी का ब्यौरा

बरामद किए गए कैश का व्यौरा इस प्रकार है। नकद 2,01,55,345 रुपए, गांजा6.075 किलो अनुमानित कीमत 3.03 लाख, स्मैक (हेरोइन) 577 ग्राम अनुमानित कीमत ₹1.15 करोड़। कुल बरामदगी 3 करोड़ से अधिक की राशि।

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लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com