UP News: कृष्ण बनकर मंदिर में पूजा करता था मौलवी का बेटा, हाथ की रेखाएं देख बताता था भविष्य, ऐसे हुआ मामले का खुलासा

UP News: कृष्ण बनकर मंदिर में पूजा करता था मौलवी का बेटा, हाथ की रेखाएं देख बताता था भविष्य, ऐसे हुआ मामले का खुलासा

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  • Publish Date - July 24, 2025 / 07:47 PM IST,
    Updated On - July 24, 2025 / 07:47 PM IST

UP News | Photo Credit: IBC24

HIGHLIGHTS
  • पिता बिहार में मौलवी बेटा यूपी में पुजारी
  • महिलाओं के हाथ देखकर भविष्य बताता था
  • पूछताछ में युवक की असली पहचान "मोहम्मद कासिम"

नई दिल्ली: UP News उत्तर प्रदेश के मेरठ से एक बेहद ही हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक पुजारी का भंडाफोड़ हुआ है। यहां एक शख्स अपनी पहचान छुपाकर कृष्ण के नाम पर पूजा कर रहा था। इतना ही नहीं वो मंदिर में भक्तों के चढ़ाए गए दान की चोरी भी कर रहा था। इस बात की जानकारी हुई तो पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

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Meerut News: एक साल से कर रहा था पूजा

मिली जानकारी के अनुसार, मामला मेरठ के दौराला थाना क्षेत्र के दादरी गांव में स्थित एक प्राचीन शिव मंदिर का है। दरअसल, यहां प्राचीन शिव मंदिर में पिछले लंबे समय से कोई पुजारी नहीं था। तभी एक साल पहले एक युवक गांव पहुंचा और खुद को कृष्ण पुत्र संतोष, निवासी दिल्ली बताकर मंदिर में रहकर पूजा करने की अनुमति मांगी। तभी ग्रामीणों ने बिना सोचे उस पर भरोसा जताया और मंदिर को उसके हवाले कर दिया। जिसके बाद ग्रामीणों को शख्स पर भरोसा भी हो गया और सुबह-शाम पूजा, प्रसाद वितरण, हवन जैसे धार्मिक कार्यों में अपना पूर्ण योगदान देता था। इतना ही नहीं जब ग्रामीणों को शख्स पर भरोसा हो गया तो ग्रामीणों ने उसे धर्मगुरु भी मानना शुरू कर दिया।

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हाथ देखकर बताता था भविष्य

गांव वालों के अनुसार, कासिम मंदिर में पूजा-पाठ के साथ ज्योतिषी की तरह हाथ देखकर भविष्य बताता था। खास बात यह थी कि वह सिर्फ महिलाओं के ही हाथ देखता था। इससे मंदिर में महिलाओं की संख्या और आवाजाही काफी बढ़ गई थी।

ऐसे हुआ खुलासा

कुछ दिनों पहले यहां के स्थानीय लोगों को शक हुआ और जब उससे गहराई से पूछताछ की तो उसकी असलियत सामने आ गई। उससे पहचान के लिए आधार कार्ड मांगा गया, तो वह पहले तो बहानेबाजी करता रहा। फिर कुछ समय के लिए गांव से गायब हो गया। बाद में अचानक मंदिर में दोबारा आकर रहने लगा। इसके कुछ दिन बाद, जब मंदिर में भंडारे का आयोजन किया गया, वह वहां भी पहुंचा और मंदिर के एक कमरे से कुछ सामान निकालने लगा। तभी कुछ लोगों ने उसे रोक लिया और पूछताछ की। बात इतनी बढ़ गई कि पुलिस बुलाई पड़ी।

पुलिस जांच में खुली असलियत

मौके पर पहुंची पुलिस ने युवक से गंभीरता से पूछताछ जिसमें शख्स ने अपना नाम मोहम्मद कासिम बताया और स्वीकार किया कि वह मूलतः बिहार का रहने वाला है। इतना ही नहीं उन्होंने ये भी बताया कि उसके पिता का नाम अब्बास है और बिहार में मौलवी है। कासिम की उम्र 35 वर्ष है और वह बिहार के सीतामढ़ी जिले का रहने वाला है। पूछताछ के बाद आरोपी कासिम के खिलाफ चोरी और धर्म छिपाने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया।

यह मामला कहां का है और कब सामने आया?

यह मामला उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के दौराला थाना क्षेत्र के दादरी गांव का है। यह खुलासा हाल ही में मंदिर में भंडारे के दौरान हुआ।

युवक ने अपनी पहचान कैसे छुपाई थी?

उसने खुद को "कृष्ण पुत्र संतोष, निवासी दिल्ली" बताया और मंदिर में पुजारी बनकर पूजा-पाठ शुरू कर दिया।

युवक की असली पहचान क्या है?

पुलिस जांच में उसने अपना असली नाम मोहम्मद कासिम बताया और स्वीकार किया कि वह बिहार के सीतामढ़ी जिले का रहने वाला है।