69 Lakh Spent for Caught Rats: रेलवे ने 69 लाख खर्च कर पकड़े 168 चूहे, RTI के जवाब में हुआ खुलासा

69 Lakh Spent for Caught Rats: हर साल लखनऊ मंडल ने चूहों को पकड़ने पर 23.2 लाख रुपए खर्च किए। यानी एक चूहे को पकड़ने में 41 हजार रुपए खर्च किए हैं। जिसको लेकर अस तमाम चर्चाएं हो रही हैं।

69 Lakh Spent for Caught Rats: रेलवे ने 69 लाख खर्च कर पकड़े 168 चूहे, RTI के जवाब में हुआ खुलासा
Modified Date: September 16, 2023 / 10:07 pm IST
Published Date: September 16, 2023 10:07 pm IST

Railways spent Rs 69 lakh and caught 168 rats: लखनऊ। रेलवे स्टेशन और प्लेटफार्म पर अक्सर मोटे-मोटे चूहे दिखाई देते हैं। इन चूहों से रेलवे इतना परेशान है कि इन्हें पकड़ने के लिए 3 साल में 69 लाख रुपए खर्च कर दिए हैं। ये बात जानकर आप हैरान जरूर होंगे। लेकिन इस बात का खुलासा चंद्रशेखर गौर की RTI में हुआ है।

आपको बता दें कि उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल ने 69 लाख की बड़ी रकम खर्च करके महज 168 चूहों को ही पकड़ा है। RTI में हुए खुलासे के मुताबिक यह रकम पिछले तीन सालों में खर्च की गई। यानी हर साल लखनऊ मंडल ने चूहों को पकड़ने पर 23.2 लाख रुपए खर्च किए। यानी एक चूहे को पकड़ने में 41 हजार रुपए खर्च किए हैं। जिसको लेकर अस तमाम चर्चाएं हो रही हैं।

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मिली जानकारी के अनुसार चूहा पकड़ने का ठेका सेंट्रल वेयर हाउसिंग कॉर्पोरेशन को दिया गया था। कंपनी ने चूहों को पकड़ने का अभियान चलाया। तीन साल के करीब 1095 दिन में अधिकारियों ने 168 चूहे पकड़े। मतलब ठेका कंपनी ने एक चूहा पकड़ने में करीब साढ़े छह दिन का समय लगाया।

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बता दें कि उत्तर रेलवे की लखनऊ डिवीजन ने ही RTI का जवाब दिया, फिरोजपुर, मुरादाबाद डिवीजन ने RTI का जवाब नहीं दिया, चूहों को पकड़ने में हुए खर्च की सूचना मांगी गई थी।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com