अदालती आदेश की प्रति ना मिलने से नहीं खुल सका संजय गांधी अस्पताल; कर्मचारियों का धरना खत्म
अदालती आदेश की प्रति ना मिलने से नहीं खुल सका संजय गांधी अस्पताल; कर्मचारियों का धरना खत्म
अमेठी (उप्र), पांच अक्टूबर (भाषा) इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ द्वारा संजय गांधी अस्पताल का लाइसेंस निलंबित करने के उत्तर प्रदेश सरकार के आदेश पर रोक लगाये जाने के एक दिन बाद धरना दे रहे कर्मचारियों ने बृहस्पतिवार को अपना धरना समाप्त कर दिया।
अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि न्यायालय के आदेश की प्रति अभी तक प्राप्त नहीं होने के कारण अस्पताल आज नहीं खुल सका है।
अस्पताल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अवधेश शर्मा ने कहा कि कर्मचारियों का धरना समाप्त हो गया है लेकिन अस्पताल की चिकित्सा सेवाएं फिर से शुरू नहीं की जा सकीं क्योंकि उन्हें अदालत के आदेश की प्रति अभी नहीं मिल पायी है। आदेश की प्रति मिलते ही उसे मुख्य चिकित्सा अधिकारी को सुपुर्द करके अस्पताल में चिकित्सा सेवाएं शुरू कर दी जाएंगी।
न्यायमूर्ति विवेक चौधरी और न्यायमूर्ति मनीष कुमार की खंडपीठ ने बुधवार को कहा था कि अस्पताल के खिलाफ जांच जारी रहेगी और लाइसेंस के निलंबन पर रोक लगाते हुए राज्य सरकार से अपना जवाबी हलफनामा दायर करने को कहा था।
अदालत ने सरकार के आदेश के खिलाफ अस्पताल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अवधेश शर्मा द्वारा दायर एक याचिका पर बुधवार को आदेश पारित करते हुए अस्पताल के लाइसेंस के निलंबन पर अंतरिम रोक लगा दी थी।
याचिकाकर्ता की ओर से पेश वरिष्ठ वकील जे.एन. माथुर ने तर्क दिया कि अस्पताल के लाइसेंस का आदेश ‘राजनीतिक कारणों से’ पारित किया गया था।
राज्य सरकार ने तर्क दिया कि अस्पताल के पास सर्जरी करने का कोई लाइसेंस नहीं था, लेकिन इसके बावजूद वहां आपरेशन किये जा रहे थे। इलाज में लापरवाही बरते जाने के कारण एक महिला की मामूली सर्जरी के बाद मौत हो गई थी।
महिला मरीज की मौत के एक दिन बाद 17 सितंबर को स्वास्थ्य विभाग ने अमेठी के मुंशीगंज इलाके में संजय गांधी अस्पताल का लाइसेंस निलंबित कर दिया था और ओपीडी और आपातकालीन सेवाएं बंद कर दी थीं।
यह अस्पताल कांग्रेस नेता सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाले संजय गांधी मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा संचालित किया जाता है।
लाइसेंस निलंबन के विरोध में अस्पताल के 400 से अधिक कर्मचारियों ने पिछले महीने 26 सितंबर को धरना—प्रदर्शन शुरू किया था।
पिछले महीने 14 सितंबर को संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराई गई महिला मरीज दिव्या एक सर्जरी के दौरान कोमा में चली गई थी। उसके परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया था कि उसे लखनऊ रेफर किए जाने से पहले 30 घंटे से अधिक समय तक अमेठी के संजय गांधी अस्पताल में रखा गया था। लखनऊ में 16 सितंबर को दिव्या की मौत हो गई थी।
इस मामले में गत 17 सितंबर को अस्पताल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सहित चार कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।
भाषा सं सलीम गोला नरेश
नरेश

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