लखनऊ में लंबे समय से अवसादग्रस्त और पालतू कुत्ते की बीमारी से परेशान बहनों ने आत्महत्या की

लखनऊ में लंबे समय से अवसादग्रस्त और पालतू कुत्ते की बीमारी से परेशान बहनों ने आत्महत्या की

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  • Publish Date - December 26, 2025 / 06:47 PM IST,
    Updated On - December 26, 2025 / 06:47 PM IST

लखनऊ, 26 दिसंबर (भाषा) लखनऊ में कथित तौर पर लंबे समय से अवसाद का सामना करने और पालतू कुत्ते की बीमारी से परेशान होकर दो बहनों ने अपने मकान में फिनायल पीकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

पुलिस ने कहा कि यह घटना यहां डोडा खेड़ा-जलालपुर में हुई। मृतकों की पहचान राधा सिंह (26) और उसकी छोटी बहन जिया सिंह (22) के रूप में हुई है।

पुलिस के मुताबिक, 24 दिसंबर को दोपहर करीब ढाई बजे एक निजी अस्पताल से सूचना मिली कि दो बहनों को कथित तौर पर फिनायल पीने के बाद अस्पताल में भर्ती किया गया है।

पुलिस ने बताया कि राधा सिंह की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई, जबकि जिया को बाद में केजीएमयू भेजा गया जहां उसकी भी मृत्यु हो गई।

पुलिस के एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि परिजनों के बयान के आधार पर की गई प्रारंभिक जांच से पता चला है कि दोनों बहनें अवसादग्रस्त थीं। अधिकारी ने कहा कि इनमें से एक को टीबी थी, जबकि दूसरी बहन 2014 से अवसादग्रस्त थी।

उन्होंने कहा कि लड़कियों के माता-पिता गुलाब देवी और कैलाश सिंह भी अस्वस्थ हैं और परिवार में एक भाई वीर सिंह है, जो ठेकेदारी का काम करता है।

पुलिस अधिकारी ने कहा कि इन बहनों ने हाल ही में एक पालतू कुत्ता गोद लिया था और वे भावनात्मक रूप से उससे जुड़ी थीं।

उन्होंने कहा कि वह कुत्ता भी करीब एक महीने से बीमार था, जिसकी वजह से दोनों बहनें काफी परेशान थीं।

पुलिस ने कहा कि दोनों बहनें मोबाइल फोन या सोशल मीडिया का इस्तेमाल नहीं करती थीं और घर में ही रहती थीं और एक बहन अक्सर आपा खो देती और कभी-कभी घर की वस्तुएं तोड़ देती थी।

पुलिस के अनुसार किसी ने भी इन्हें फिनायल पीते नहीं देखा और इस घटना से जुड़ा कोई साक्ष्य भी नहीं मिला है।

पुलिस ने बताया कि लड़कियों की मां ने बेटियों की हालत बिगड़ने पर पड़ोसियों को सूचित किया।

पारा थाने के प्रभारी सुरेश सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि दोनों महिलाओं के ‘विसरा’ सुरक्षित रखे गए हैं और इन्हें फॉरेंसिक लैब भेजा गया है जिससे मृत्यु का वास्तविक कारण पता चल सकेगा। दोनों शवों का बृहस्पतिवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया।

भाषा राजेंद्र जोहेब

जोहेब